आगामी 20-20 वर्ल्ड के लिए भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में अभ्यास कर रही है। इस बार भारतीय टीम में काफी बदलाव हुए हैं और टीम बहुत सी नई चीजें आजमा रही है। बता दें कि जसप्रीत बुमराह और ऑल राउंडर रवींद्र जडेजा टीम का हिस्सा नहीं हैं। ऐसे में सभी की निगाहें रोहित शर्मा पर है कि वह बतौर कप्तान अपना पहला वर्ल्ड कप किस अंदाज में खेलेंगे। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ल्ड कप के बाद रोहित शर्मा को विराट कोहली की जगह टीम का कप्तान बनाया गया है और राहुल द्रविड़ टीम के कोच बने हैं। लेकिन ऐसा नहीं लग रहा कि पहले वर्ल्ड कप से पहले रोहित शर्मा थोड़े से भी नर्वस हैं।
द्विपक्षीय सीरीज में कमाल है रोहित शर्मा का रिकार्ड
बात करें रोहित शर्मा की तो वह एक ऐसे कप्तान हैं जो फील्ड पर जोखिम लेने से नहीं कतराते हैं। हाल ही में भारतीय टीम ने टी-20 अंतर्राष्ट्रीय में जिस तरह का प्रदर्शन किया है वह इस बात का प्रमाण है। भारतीय टीम ने पिछले साल वर्ल्ड कप के बाद एक भी द्विपक्षीय सीरीज नहीं हारी है। रोहित के नेतृत्व में टीम ने इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को धूल चटाई है।
हालांकि हाल ही में खेले गए एशिया कप 2022 में भारतीय टीम का प्रदर्शन बेहद ही खराब रहा था। टीम सुपर स्टेज चरण में ही बाहर हो गई थी। ऐसे में रोहित 20-20 वर्ल्ड कप कर जीतकर अपने आलोचकों का मुंह बंद करना चाहेंगे।
रोहित डर कर नहीं खेलने वाले
मेगा टूर्नामेंट से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, कप्तान रोहित शर्मा ने जोखिम लेने के बारे में बात की और अपने खिलाड़ियों को भी निडर क्रिकेट खेलने को कहा और साथ ही परिणाम के बारे में ज्यादा न सोचने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि, "मैंने परिणाम की चिंता किए बिना बहुत सारे जोखिम उठाने शुरू कर दिए हैं, क्योंकि मुझे लगता है कि इस तरह के फॉर्मेट को खेलने का यह एक अच्छा तरीका है। और हां यह कुछ ऐसा है जो हमारी टीम भी करने की कोशिश कर रही है क्योंकि आप जानते हैं कि इस तरह के फॉर्मेट में काफी जोखिम होता है। लेकिन आपको अवॉर्ड भी वैसे ही मिलेंगे। आपको उन जोखिमों को उठाने के लिए बहुत बहादुर बनना होगा और हम इस चीज के लिए तैयार हैं। मुझे लगता है कि साल 2007 से 2022 तक बहुत सी चीजें बदल गई हैं, लेकिन हाँ, इन सभी सालों में क्रिकेट को विकसित होते देखना काफी अच्छा रहा है।"
20-20 वर्ल्ड कप में भारत का पहला मुकाबला 23 अक्टूबर को पाकिस्तान के खिलाफ है, अब देखना दिलचस्प होगा कि कप्तान रोहित शर्मा अपनी इस रणनीति से कितनी सफलता पाते हैं।