आईपीएल के 16वें सीजन की चैंपियन टीम का हिस्सा रहे पूर्व भारतीय बल्लेबाज अंबाती रायडू पिछले कुछ दिनों से 2019 में उनके साथ हुई घटना को लेकर कई खुलासे किए हैं। पिछले दिनों एक टीवी चैनल से बात करते हुए रायडू ने कहा था कि उनका 2019 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम में नंबर-4 स्थान पर खेलना तय था। वनडे वर्ल्ड कप से एक महीने पहले, तत्कालीन भारतीय कप्तान विराट कोहली ने रायुडू को प्लेइंग 11 में शामिल करने का आश्वासन दिया था।
लेकिन जब एमएसके प्रसाद के नेतृत्व वाले भारतीय क्रिकेट बोर्ड के चयनकर्ताओं के पैनल ने 15 सदस्यीय भारतीय टीम की घोषणा की तो, उसमें रायडू की जगह हरफनमौला विजय शंकर को टीम में शामिल किया गया था। इस बीच तत्कालीन मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने रायडू के लगाए गए आरोपों पर चुप्पी तोड़ते हुए हैरान करने वाला बयान दिया है। प्रसाद के इस बयान पर फैंस के कई रिएक्शन आए हैं।
पूर्व भारतीय चयनकर्ता ने रायडू के बयानों पर तोड़ी चुप्पी
अंबाती रायडू ने साल 2019 वर्ल्ड कप में चयन ना होने के बाद गुस्से में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया था। इस बारे में बात करते हुए हाल ही में अंबाती रायडू ने खुलासा किया है कि 2019 वर्ल्ड कप से पहले चयनकर्ता समिति के सदस्यों के साथ उनकी अनबन थी, जिसके चलते उन्हें वर्ल्ड कप स्क्वॉड में जगह नहीं मिली थी।
रायडू के इस बयान का जवाब देते हुए पूर्व भारतीय चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने टाइम्स नाउ से बात करते हुए कहा कि 'हम सभी जानते हैं कि चयन समिति में पांच चयनकर्ता और कप्तान की अहम भूमिका होती है। क्या किसी एक व्यक्ति के सहमति पर इतना बड़ा फैसला लिया जा सकता है। अगर ऐसा होता तो फिर पांच सदस्यों और कप्तान की क्या जरुरत है। किसी भी खिलाड़ी को खिलाने या नहीं खिलाने के लिए पूरी चयन समिति और कप्तान की सहमति जरूरी है।'
प्रसाद ने आगे कहा ' एक टीम में, एक लंबे क्रिकेटिंग सीजन के दौरान हम लोगों के बीच थोड़ी अनबन हो सकती है। लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम के चयन जैसे बड़े मंच पर इतने छोटे-छोटे मतभेदों को ले जाने का कोई मतलब नहीं। रायडू को वर्ल्ड कप से पहले पिछले सभी अंतरराष्ट्रीय खेलों के लिए भारतीय टीम के लिए चुना गया था। जब किसी के पास उन मैचों में उनके चयन को लेकर असहमति नहीं थी तो वर्ल्ड कप में क्यों होगी। 2019 वर्ल्ड कप टीम में उनको नहीं खिलाने का फैसला पूरी चयन समिति का था, किसी एक का नहीं।'