पिछले कुछ महीनों में यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब पर कुछ बड़े आरोप लगे हैं। सारा मामला उस समय शुरू हुआ, जब यॉर्कशायर और इंग्लैंड U-19 के पूर्व कप्तान अजीम रफीक ने क्लब के अंदर व्यवस्थित नस्लवाद का आरोप लगाया। इन आरोपों के बावजूद क्लब कोई आवश्यक कार्रवाई करने में विफल रहा।
इसके बाद जब क्लब के प्रमुख प्रायोजक नाइके, टेटली, यॉर्कशायर टी और अन्य अपने डील्स से पीछे हटने लगे तो सारा मामला प्रकाश में आया। बड़ा मुद्दा यह था का यॉर्कशायर अजीम के आरोपों का जवाब देने में विफल रहा और उसने फैसला किया कि वह किसी भी आरोपी कर्मचारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगा। इस बीच इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने यॉर्कशायर को किसी भी अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी करने से प्रतिबंधित कर दिया, जब तक माममे का समाधान नहीं हो जाता।
जो रूट ने सोशल मीडिया पर जारी किया बयान
अब मामले पर यॉर्कशायर क्लब के लिए खेलने वाले इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए बयान जारी किया है। बयान में कहा गया है कि लोगों को नस्लवाद के बारे में शिक्षित करना और इस विषय के बारे में जागरूकता बढ़ाना कैसे महत्वपू्र्ण है। हालांकि इसमें अजीम द्वारा लगाये गये किसी भी आरोप या संबंधित व्यक्तियों के बारे में बात नहीं हुई है।
— Joe Root (@root66) November 11, 2021
रूट ने अपने बयान के माध्यम से सभी के लिए विविधता को स्वीकार करने और इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करने की आवश्यकता पर जोर देने की कोशिश की कि यह कैसा होना चाहिए। एशेज को देखते हुए अंत में उन्होंने सभी प्रशंसकों के लिए एक संदेश भी दिया। उन्होंने कहा एशेज नजदीक है और मैं वास्तव में चाहूंगा कि प्रशंसक एकजुट हो और एक टीम के रूप में हमारा समर्थन करें।
पिछले एक सप्ताह में इंग्लैंड में बहुत कुछ सामने आया है। अजीम ने क्लब में अपने समय के दौरान नस्लवाद के 40 आरोप लगाये, जिसमें से यॉर्कशायर द्वारा केवल सात पर सहमति व्यक्त की गई थी। यह भी देखा गया कि उन्होंने किसी पर कार्रवाई नहीं करने का निर्णय लिया। ईसीबी और प्रायोजकों द्वारा कार्रवाई करने के साथ ठीक यही होना शुरू हुआ।