अर्जुन तेंदुलकर को इंडियन टी-20 लीग के इस सीजन में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला और यह इस समय काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। प्रशंसकों को उम्मीद थी कि सचिन तेंदुलकर के बेटे को इस सीजन खेलते हुए हुए देख पाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस पर भारत के पूर्व ऑलराउंडर और भारत के पहले विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव ने प्रशंसकों से अनुरोध किया है कि वे किसी तरह का दबाव अर्जुन पर न डालें।
कपिल देव ने कहा कि अर्जुन की तुलना उनके पिता से नहीं की जानी चाहिए। उन्हें अभी पूरी आजादी के साथ अपना क्रिकेट खेलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि युवा होने के नाते अर्जुन को अभी किसी दबाव में नहीं लाना चाहिए।
अर्जुन की तुलना सचिन से बिल्कुल नहीं करनी चाहिए
अनकट पर बोलते हुए कपिल देव ने कहा हर कोई क्यों उसके बारे में बात कर रहा है? क्योंकि वह सचिन तेंदुलकर के बेटे हैं। उसे अपना क्रिकेट खेलने दें और उसकी तुलना सचिन से बिल्कुल न करें। तेंदुलकर उपनाम होने के फायदे भी है और नुकसान भी। डॉन ब्रैडमैन के बेटे ने अपना नाम बदल लिया क्योंकि वह उस तरह के दबाव नहीं झेल पाए। उन्होंने ब्रैडमैन उपनाम ही हटा दिया, क्योंकि सभी को उम्मीद थी कि वह अपने पिता की तरह निकलेंगे।
उन्होंने कहा कि अर्जुन पर इस समय दबाव न डालें, वह युवा है। जब पिता के रूप में महान सचिन हैं, तो हम कौन होते हैं कुछ भी कहने वाले? लेकिन मैं उनसे एक बात कहना चाहूंगा कि जाओ और खेल का आनंद लो। कुछ भी साबित करने की जरूरत नहीं है। अगर आप अपने पिता की तरह 50 प्रतिशत भी बन सकते हैं, तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता। तेंदुलकर का नाम आते ही हमारी उम्मीदें बढ़ जाती है, क्योंकि सचिन महान हैं।
अर्जुन तेंदुलकर ने सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में मुंबई के लिए दो टी-20 मैच खेले हैं और केवल दो विकेट लेने में सफल रहे। वह बल्ले से भी कुछ खास नहीं कर सके। मुंबई फ्रेंचाइजी के बॉलिंग कोच शेन बॉन्ड ने हाल ही में कहा कि अर्जुन को प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने के लिए अपने बैटिंग और फील्डिंग पर काम करने की जरूरत है।
पिता सचिन तेंदुलकर से हुई अर्जुन की तुलना तो भड़क उठे कपिल देव
कपिल देव ने कहा कि अर्जुन की तुलना उनके पिता से नहीं की जानी चाहिए। उन्हें अभी पूरी आजादी के साथ अपना क्रिकेट खेलने की जरूरत है।
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अर्जुन तेंदुलकर को इंडियन टी-20 लीग के इस सीजन में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला और यह इस समय काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। प्रशंसकों को उम्मीद थी कि सचिन तेंदुलकर के बेटे को इस सीजन खेलते हुए हुए देख पाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस पर भारत के पूर्व ऑलराउंडर और भारत के पहले विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव ने प्रशंसकों से अनुरोध किया है कि वे किसी तरह का दबाव अर्जुन पर न डालें।
कपिल देव ने कहा कि अर्जुन की तुलना उनके पिता से नहीं की जानी चाहिए। उन्हें अभी पूरी आजादी के साथ अपना क्रिकेट खेलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि युवा होने के नाते अर्जुन को अभी किसी दबाव में नहीं लाना चाहिए।
अर्जुन की तुलना सचिन से बिल्कुल नहीं करनी चाहिए
अनकट पर बोलते हुए कपिल देव ने कहा हर कोई क्यों उसके बारे में बात कर रहा है? क्योंकि वह सचिन तेंदुलकर के बेटे हैं। उसे अपना क्रिकेट खेलने दें और उसकी तुलना सचिन से बिल्कुल न करें। तेंदुलकर उपनाम होने के फायदे भी है और नुकसान भी। डॉन ब्रैडमैन के बेटे ने अपना नाम बदल लिया क्योंकि वह उस तरह के दबाव नहीं झेल पाए। उन्होंने ब्रैडमैन उपनाम ही हटा दिया, क्योंकि सभी को उम्मीद थी कि वह अपने पिता की तरह निकलेंगे।
उन्होंने कहा कि अर्जुन पर इस समय दबाव न डालें, वह युवा है। जब पिता के रूप में महान सचिन हैं, तो हम कौन होते हैं कुछ भी कहने वाले? लेकिन मैं उनसे एक बात कहना चाहूंगा कि जाओ और खेल का आनंद लो। कुछ भी साबित करने की जरूरत नहीं है। अगर आप अपने पिता की तरह 50 प्रतिशत भी बन सकते हैं, तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता। तेंदुलकर का नाम आते ही हमारी उम्मीदें बढ़ जाती है, क्योंकि सचिन महान हैं।
अर्जुन तेंदुलकर ने सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में मुंबई के लिए दो टी-20 मैच खेले हैं और केवल दो विकेट लेने में सफल रहे। वह बल्ले से भी कुछ खास नहीं कर सके। मुंबई फ्रेंचाइजी के बॉलिंग कोच शेन बॉन्ड ने हाल ही में कहा कि अर्जुन को प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने के लिए अपने बैटिंग और फील्डिंग पर काम करने की जरूरत है।