भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली पिछले कुछ सालों से खराब फॉर्म से लड़ रहे हैं। इस खराब समय में वह चोटिल भी हो गए हैं जिसके कारण उन्हें भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे पहले वनडे में टीम में शामिल नहीं किया गया। विराट कोहली के करियर के लिए यह समय इसलिए चिंताजनक है क्योंकि साल 2019 में उन्होंने अपना आखरी अंतरराष्ट्रीय शतक बनाया था। भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कोहली पर अपना विश्वास जताया है और उनका मानना है की कोहली जल्द ही अपने पुराने फॉर्म में वापस आएंगे।
विराट रनों के लिए कर रहे हैं संघर्ष
विराट कोहली ने भारत और इंग्लैंड के बीच हुए पांचवें पुनर्निर्धारित टेस्ट मैच में खराब प्रदर्शन किया और दो पारियों में मिलाकर सिर्फ 31 रन ही बनाए। विराट ने इंग्लैंड के साथ टी-20 सीरीज में भी कुछ खास नहीं किया और दो मैचों में सिर्फ 12 रन ही बना पाए। एक ओर जहां कोहली अपने फॉर्म को लगातार खो रहे हैं वहीं उन्हें चोट के रूप में एक बड़ा झटका लगा है। कोहली 12 जुलाई को हुए पहले वनडे मुकाबले से पहले चोटिल हो गए थे जिसके वजह से उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। भारत और इंग्लैंड के बीच 14 जुलाई यानि गुरुवार को दूसरा वनडे मैच खेला जाना है और खबर लिखने तक विराट कोहली को टीम में जगह दिए जानें के लिए कोई बात सामने नहीं आई है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने विराट कोहली पर जताया विश्वास
एनडीटीवी से बातचीत में सौरव गांगुली ने विराट कोहली को लेकर हुए सवालों पर बड़े बयान दिए हैं। उन्होंने कहा कि, "विराट कोहली के अंतरराष्ट्रीय आंकड़ों को देखेंगे तो यह किसी भी खिलाड़ी के लिए बड़ी उपलब्धि है, उनमें काबिलियत और गुणवत्ता है इसलिए वो आज यहाँ है। हाँ वो अभी खराब दौर से गुजर रहे हैं वो बात कोहली भी जानते हैं। वह एक महान खिलाड़ी हैं और वह अपने स्तर को जानते हैं और मैं उन्हें एक शानदार वापसी करते हुए देखने वाला हूँ। विराट को बस एक रास्ता ढूँढने की जरूरत है, जैसा उन्होंने 12-13 सालों से खुद को सफल बनाए रखने के लिए किया है।"
कोहली को इन दिग्गजों से मिली हैं आलोचनाएं, दादा ने दिया जवाब
कोहली को खराब फॉर्म के चलते कई क्रिकेट के दिग्गज और पंडितों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। कपिल देव और वेंकटेश प्रसाद ने भी विराट के टी-20 टीम में शामिल होने पर सवाल उठाए हैं। गांगुली ने इसपर विराट का समर्थन करते हुए कहा कि, "स्पोर्ट्स में हर खिलाड़ी एक खराब दौर से गुजरता है। सचिन, राहुल द्रविड़, मैं, और सभी खिलाड़ियों को इस दौर से गुजरना पड़ा है और आगे भी गुजरना पड़ेगा। यह खेल का एक पार्ट है, लेकिन एक खिलाड़ी होने के तौर पर आप इन सब बातों पर ध्यान न दें और जाकर अपना खेल खेलें। "