टी-20 क्रिकेट के आने के बाद से इस खेल में कई बदलाव देखे गए हैं। खिलाड़ी केवल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट ही नहीं बल्कि फ्रेंचाइजी क्रिकेट भी खूब खेल रहे हैं। यहां तक कि इंडियन टी-20 लीग की लोकप्रियता ने खिलाड़ियों की डिमांड लीग में बढ़ा दी है। हालांकि, सामने आया है कि इस वजह से खिलाड़ियों ने अपने ऊपर काफी दबाव की बात की है।
इस बीच इंडियन टी-20 लीग में खेलने और खिलाड़ियों के दबाव महसूस होने को लेकर कपिल देव ने कड़ा बयान दिया है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने एक कार्यक्रम में क्रिकेट के बारे में बात की और बताया कि जब वह खेलते थे तब की तुलना में आज का क्रिकेट कितना बदल गया है।
कपिल देव का बड़ा बयान
उन्होंने कहा कि, 'मुझे खेलने का जुनून था। यही अंतर था। मैं विषय को थोड़ा बदल देता हूं। इन दिनों टीवी पर बहुत कुछ सुनने को मिलता है। लोग कहते हैं कि काफी दबाव है, 'हम इंडियन टी-20 लीग खेलते हैं, बहुत दबाव है'। मैं बस एक बात कहता हूं। 'मत खेलो'। यह दबाव क्या है? यदि आप जुनूनी हैं तो, कोई दबाव नहीं होना चाहिए।'
कपिल देव ने आगे कहा कि, 'मुझे यह समझ नहीं आता। मैं एक किसान हूं। मैं वहीं से आया हूं। हमने हमेशा आनंद के लिए क्रिकेट खेला और जहां आनंद होता है, वहां दबाव नहीं हो सकता।'। उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर तमाम प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ उनके बयान का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ ने असमर्थता दिखाई है।
समय-समय पर देखा गया है कि इंडियन टी-20 लीग में खेलने के बाद जैसे ही खिलाड़ियों का प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अच्छा नहीं होता है तो खिलाड़ी फैन्स के निशाने पर आ जाते हैं। इसके बाद खिलाड़ी दबाव की बात करते हैं। आपको बता दें कि इन दिनों न केवल क्रिकेट में बल्कि अन्य खेलों में मेंटल हेल्थ कंडीशनिंग कोच भी है। निश्चित रूप से कपिल देव के इस बयान ने एक नई बहस को शुरू करने का काम किया है।