कोरोना महामारी ने दुनिया को पिछले दो सालों में काफी प्रभावित किया है। यही वजह है कि पिछले दो सालों में क्रिकेट में कई बदलाव हुए हैं और बायो-बबल के कारण खेल सामान्य हुआ है। कोरोना महामारी के कारण इंटरनेशनल टी20 कप को स्थगित किया गया था, लेकिन अब बायो-बबल में इस इवेंट का आयोजन किया जा रहा है। पिछले कुछ महीने से क्रिकेट खेल रहे भारतीय टीम के बल्लेबाज केएल राहुल ने बायो-बबल में खेलने को लेकर कहा है कि यह वास्तव में मुश्किल है, लेकिन इसने टीम को एकजुट किया है।
पिछले 13 महीनों से कड़े माहौल में राहुल
केएल राहुल इंग्लैंड दौरे से टीम के साथ हैं और पिछले 13 महीनों से कड़े माहौल में है। वह पिछले साल दिसंबर के अंत में ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान से बायो-बबल में है। सभी प्रारूपों में खेलते हुए केएल राहुल ने कहा कि यह कठिन है, लेकिन क्रिकेट खेलते रहने से वे आगे बढ़ते हैं।
उन्होंने कहा कि बायो बबल में आईपीएल 2020 का आयोजन हुआ। 2020 आईपीएल में बायो बबल हमारे लिए बिल्कुल ठीक लगा, क्योंकि पांच महीने तक क्रिकेट से दूर रहने के बाद हम क्रिकेट खेलने को लेकर उत्साहित थे। लेकिन लंबे समय से बायो बबल में रहकर खेलना वास्तव में बहुत मुश्किल है।
उन्होंने कहा कि बायो बबल में लगातार रहना काफी चुनौतीपूर्ण है और यहां तक कि परिवार के सदस्यों को भी क्वारंटीन में रहना पड़ता है। उन्होंने कहा यहां तक कि आपके परिवारों के लिए भी यह मुश्किल रहता है।उन्हें अकेले क्वारंटीन में रहना काफी चुनौतीपूर्ण है। बायो बबल में कठिन होता जा रहा है, लेकिन यह खेल है, इसलिए आपको अनुकूलन बनाकर चलना होगा।
खिलाड़ी एक साथ काफी समय बिता रहे
केएल राहुल ने कहा कि बायो बबल का एक पॉजिटिव नजरिया यह है कि इसने टीम को एक साथ रहने का वातावरण दिया है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी एक-दूसरे के साथ काफी समय बिता रहे हैं और इससे उन्हें एक-दूसरे को जानने-समझने का अधिक मौका मिल रहा है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि बायो बबल ने टीम को एक साथ लाया है। हम एक-दूसरे को बहुत अधिक जानते हैं, क्योंकि हम एक-दूसरे के साथ बहुत समय बिताते हैं।