इंडियन टी-20 लीग की चार बार की चैंपियन चेन्नई ने तेज गेंदबाज दीपक चाहर को मेगा ऑक्शन के पहले दिन 14 करोड़ रुपये में खरीदा। मेगा ऑक्शन से पहले चेन्नई ने एमएस धोनी, रवींद्र जडेजा, मोईन अली और रुतुराज गायकवाड़ को रिटेन किया, लेकिन चाहर को रिटेन नहीं किया, लेकिन नीलामी के पहले दिन चेन्नई ने उन्हें आखिरकार अपनी टीम में शामिल कर लिया।
दीपक चाहर 2016 और 2017 में अब निष्क्रिय टीम पुणे का हिस्सा थे और तब से वह हमेशा से धोनी के साथ खेले हैं। 2018 से दीपक चाहर चेन्नई के लिए खेल रहे हैं और दो बार ट्रॉफी जीतने के दौरान टीम का हिस्सा थे। बैंगलोर में आयोजित दो दिवसीय मेगा नीलामी में ईशान किशन के बाद भारतीय गेंदबाज दीपक चाहर दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी रहे।
संयुक्त तीसरे सबसे महंगे भारतीय खिलाड़ी हैं चाहर
चेन्नई ने 2018 में चाहर को 80 लाख रुपये में खरीदा था और उन्होंने चेन्नई के लिए 58 मैच में 58 विकेट लिए। दाएं हाथ के इस गेंदबाज की मौजूदा नीलामी में बेस प्राइस 2 करोड़ रुपये थी और वह सात गुना अधिक की कीमत पर खरीदे गए। राजस्थान, हैदराबाद, दिल्ली और चेन्नई के बीच उनके लिए टक्कर देखने को मिली।
अंत में दीपक चाहर इंडियन टी-20 लीग इतिहास में संयुक्त तीसरे महंगे खिलाड़ी हो गए। युवराज सिंह लीग इतिहास के सबसे महंगे भारतीय हैं, जब दिल्ली ने 2015 में उन्हें 16 करोड़ की राशि में खरीदा था। वहीं ईशान किशन दूसरे सबसे महंगे भारतीय हैं, जिन्हें मौजूदा मेगा ऑक्शन में मुंबई ने 15.25 करोड़ रुपये में खरीदा।
2014 में युवराज सिंह को बैंगलोर ने 14 करोड़ की राशि में खरीदा था और इस प्रकार दीपक चाहर युवराज के साथ संयुक्त तीसरे महंगे भारतीय खिलाड़ी हैं।
चाहर के प्रति गेंद की कीमत 3.43 लाख रुपये
इस बीच टूर्नामेंट में प्रत्येक टीम 14 लीग मैच खेलेगी और अगर इन मैचों में दीपक चाहर अपने कोटे का चार ओवर गेंदबाजी करते हैं तो 336 गेंद फेंकेंगे। अगर प्लेऑफ के तीन और मैच (क्वालीफायर-1, एलिमिनेटर और फाइनल) को जोड़ लिया जाए तो फिर दीपक चाहर 2022 संस्करण के 17 मैचों में 408 गेंद फेंकेंगे। इस प्रकार हर वैध गेंद के मूल्य की गणना की जाए तो लगभग हर गेंद की कीमत 3.43 लाख रुपये होगी।