इंडियन टी-20 लीग की शुरुआत 2008 में हुई थी। तब से लेकर अब तक 15 सीजन खेले जा चुके हैं। सीजन 16 की शुरुआत 31 मार्च से अहमदाबाद में हो चुकी है। इंडियन टी-20 लीग के पहले सीजन से लेकर आखिरी सीजन तक, कहीं ऐसें खिलाड़ी आए, जिन्होंने अपने प्रदर्शन से सभी को लोहा मनवाया। लेकिन वक्त के साथ लोग उनको भूल गए। चलिए आज आपको मिलवाते है उन टॉप तीन खिलाड़ियों से जिन्होंने इंडियन टी-20 लीग में शुरुआत तो धमाकेदार की, लेकिन गुजरते समय के साथ लोग उनको भूल गए है।
आइए देखें वह 3 नाम
3. स्वप्निल असनोदकर
गोवा में जन्मे स्वप्निल असनोदकर घरेलू मैचों में एक जाना पहचाना नाम था। 88 प्रथम श्रेणी मैचों में 40.02 की औसत से असनोदकर ने 5883 रन बनाए थे साथ ही लिस्ट ए के 85 मैचों में 36.17 की औसत से 2858 रन बनाए थे। इस शानदार प्रदर्शन के बाद असनोदकर को इंडियन टी-20 लीग के पहले सीजन में राजस्थान में टीम में शामिल किया।
गोवा के इस क्रिकेटर ने राजस्थान के लिए 9 मैचों में 133.47 की स्ट्राइक रेट से 311 रन कुटे और राजस्थान को इंडियन टी-20 लीग का पहला टाइटल अपने नाम करने में मदद की। हालांकि इसके बात असनोदकर ज्यादा कमाल नहीं दिखा पाए। दूसरे सीजन में खेले गए 8 मैचों में केवल 98 रन ही बना पाए। इनके इस खराब प्रदर्शन के चलते धीरे-धीरे टीमों ने इनसे दूरी बना ली। इसके बाद असनोदकर किसी इंडियन टी-20 लीग के मैच में नजर नहीं आए।
2. तिलकरत्ने दिलशान
श्रीलंका के स्टार ऑपनर बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान का भी आईटीएल करियर इतना शानदार नहीं रहा, जितने शानदार बल्लेबाज दिलशान थे। दिलशान ने इंटरनेशल लेवल पर श्रीलंका की ओर से खेलते हुए 330 वनडे मैचों में 39.27 की औसत से 10,290 रन बनाए थे लेकिन आईटीएल में उनका करियर ग्राफ ऐसा नहीं रहा।
आईटीएल में दिलशान ने दिल्ली और बैंगलोर के लिए कुल 52 मैचों में 114.40 की स्ट्राइक रेट से 1153 रन बनाए। दिलशान आखिरी बार 2013 में आईटीएल में नजर आए थे।
1. कोरी एंडरसन
क्राइस्टचर्च में जन्मे कोरी एंडरसन एक शानदार ऑलराउंडर रहे हैं। न्यूजीलैंड के लिए खेलते हुए एंडरसन ने 31 टी-20 मैचों में 138.17 की स्ट्राइक रेट से 485 रन बनाए है। साथ ही 152 टी-20 मैचों में 2770 रन लूटाकर 36 विकेट लिए है। आईटीएल में मुंबई ने एंडरसन को 2014 में खरीदा था। मुंबई के लिए एंडरसन ने खेले गए 12 मैचों में 265 रन बनाए।
एंडरसन की राजस्थान के खिलाफ खेली गए तूफ़ानी पारी सबको याद होगी। उस मैच में एंडरसन ने 44 बॉल में 95 रन उड़ाये थे। लेकिन उसके बाद उनका प्रदर्शन गिरता ही चला गया।