बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 9 विकेट से करारी शिकस्त दी। हालांकि, भारतीय टीम सीरीज में 2-1 से आगे है। इंदौर टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा के अलावा कोई भी भारतीय बल्लेबाज अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर सका, इसलिए माना जा रहा है कि चौथे व आखिरी टेस्ट में बदलाव जरूर देखने को मिलेगा।
इंदौर टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन के बाद लगातार सवाल उठ रहे हैं। पहले दो टेस्ट मैचों में खराब बल्लेबाजी के कारण केएल राहुल को ड्रॉप होना पड़ा। वहीं दूसरी तरफ विकेटकीपर-बल्लेबाज केएस भरत भी तीनों टेस्ट में अच्छी बल्लेबाजी करने में नाकाम रहे हैं। इसलिए उनके प्रदर्शन पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
ईशान किशन की जगह उन्हें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीनों टेस्ट में मौका मिला, लेकिन 5 पारियों में वे मात्र 57 रन ही बना सके हैं। इस दौरान उनका सर्वोच्च स्कोर 23 रन का रहा, जो उन्होंने दिल्ली टेस्ट की दूसरी पारी में बनाया था। ऐसे में ये माना जा रहा है कि चौथे टेस्ट में उनकी जगह ईशान किशन को मौका दिया जा सकता है।
क्या खत्म हो जाएगा भरत का करियर
केएस भरत के प्रदर्शन को देखते हुए माना जा रहा है कि चौथे टेस्ट में उनकी जगह ईशान किशन को मौका दिया जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो उनके लिए वापसी करना फिर काफी मुश्किल होगा। भरत से पहले 10 विकेटकीपर का करियर भी 3 या उससे कम टेस्ट में खत्म हो गया।
इसमें सौरव गांगुली के करीबी सबा करीम से लेकर दिलावर हुसैन, माधव मंत्री, एस विश्वनाथ, विजय दहिया, जमशेद ईरानी, एब्राहिम माका, जनार्दन नावले, नमन ओझा और विजय यादव का टेस्ट करियर भी 3 से कम मैच खेलते हुए ही समाप्त हो गया।
हालांकि, भरत के फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड बेहतर है। उनके नाम 89 मैचों की 140 पारियों में 37 की औसत से 4764 रन है। उन्होंने 9 शतक और 27 अर्धशतक लगाए हैं। लिस्ट ए क्रिकेट में उन्होंने 6 शतक भी बनाए।