लंका प्रीमियर लीग का 18वां मुकाबला कैंडी वॉरियर्स और दांबुला जायंट्स के बीच खेला गया। इसमें दांबुला ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। उनका यह फैसला गलत साबित हुआ और टीम बस 130 रन ही बना सकी। जवाब में कैंडी वॉरियर्स ने छह विकेट से आसान जीत हासिल की। रवि बोपारा को उनके नाबाद मैच जिताऊ अर्धशतक के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का भी ख़िताब दिया गया।
दांबुला जायंट्स की पारी को लय मिल ही नहीं पाई
आज के मैच की बात की जाए तो दांबुला जायंट्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। हालांकि, जायंट्स के कप्तान दासुन शनाका का यह फैसला सही साबित होता हुआ नहीं दिखा। टीम की शुरुआत बेहद खराब रही, जहां उन्हें पहला झटका दूसरे ओवर में ही लग गया। इसके बाद लगातार अंतराल में टीम के विकेट गिरते रहे। निचले क्रम में सचित जयथिलाके और रमेश मेंडिस ने पारी को लम्बा खींचने का प्रयास किया।
रमेश मेंडिस ने आक्रामक बल्लेबाजी की और रन गति को भी आगे बढ़ाया। मेंडिस और जयथिलाके की अहम पारियों की बदौलत दांबुला जायंट्स ने 20 ओवर में 130 रन बनाए। कैंडी वॉरियर्स के गेंदबाजों की बात की जाए तो बिनुरा फर्नांडो और अल अमीन हुसैन ने सर्वाधिक तीन-तीन विकेट हासिल किए। वहीं, शिराज अहमद और निमेष विमुखी को भी एक-एक विकेट प्राप्त हुआ।
रवि बोपारा ने वॉरियर्स को पहुंचाया लक्ष्य के पार
131 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उत्तरी कैंडी वॉरियर्स के लिए भी खराब शुरुआत रही, जहां उसके ओपनर चरिथ असलंका 4 रन बनाकर इमरान ताहिर की गेंद पर बोल्ड हो गए। हालांकि, इसके बाद केनार लुईस और रवि बोपारा ने पावरप्ले में और कोई झटका लगने नहीं दिया, लेकिन इसके तुरंत बाद लुईस को ताहिर ने अपना शिकार बनाया। इसके बाद मिनोद भानुका और कामिंडू मेंडिस भी ज्यादा कुछ कमाल नहीं दिखा पाए और जल्दी पवेलियन लौट गए।
बहरहाल, रवि बोपारा ने एक छोर संभाले रखा और अपना अर्धशतक भी पूरा किया। उन्हें कप्तान एंजेलो परेरा का अच्छा साथ मिला और दोनों ने मिलकर टीम को लक्ष्य के पार पहुंचाया। अंत में वॉरियर्स ने 6 विकेट शेष रहते हुए 131 रनों का सफलतापूर्वक पीछा किया और जीत दर्ज की। दांबुला जायंट्स के लिए रमेश मेंडिस और इमरान ताहिर ने किफायती गेंदबाजी के साथ दो-दो विकेट भी चटकाए।