लेंडल सिमंस ने 18 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। सिमंस के साथ-साथ दिनेश रामदीन ने भी उसी दिन संन्यास का ऐलान किया। वेस्टइंडीज के स्टार क्रिकेटर लेंडल सिमंस ने इंस्टाग्राम पर संन्यास की खबर दी है। 37 साल के इस खिलाड़ी ने आखरी बार अपने देश के लिए पिछले साल टी-20 वर्ल्ड कप मुकाबले में खेला था।
सिमंस एक क्रिकेट परिवार से नाता रखते हैं और वह वेस्टइंडीज के पूर्व क्रिकेटर और क्रिकेट कोच फिल सिमंस के भतीजे हैं। इस दायें हाथ के धुआंधार बल्लेबाज ने पाकिस्तान के खिलाफ साल 2006 में अपना वनडे डेब्यू किया था।
सिमंस अपने करियर में कई सफल फ्रेंचाइजी का हिस्सा रहे हैं। वह पांच बार की इंडियन टी-20 लीग विजेता मुंबई इंडियंस का हिस्सा रहें। मुंबई को साल 2015 में चैंपियनशिप दिलाने के पीछे सिमंस के बल्लेबाजी का भी योगदान था। वह उस टूर्नामेंट में 45 के औसत से 540 रन बनाकर मुंबई के टॉप स्कोरर थे। सिमंस ने बल्लेबाजी में खुद को इस तरह ढाल रखा था की वह किसी भी नंबर पर खेलने में सक्षम थे, चाहें वह टीम के लिए ओपनिंग ही क्यों न हो।
View this post on Instagram
लेंडल सिमंस के मुख्य योगदान के कारण वेस्टइंडीज ने जीता था साल 2016 का टी-20 वर्ल्ड कप
वेस्टइंडीज के फैंस सिमंस टी-20 वर्ल्ड कप सेमी-फाइनल की पारी को कभी नहीं भूलेंगे। सिमंस ने साल 2016 टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल में भारत के खिलाफ वेस्टइंडीज की जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी। शुरुआत में वह पीठ की चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे, लेकिन आंद्रे फ्लेचर की हैमस्ट्रिंग इंजरी के बाद उन्होंने सेमीफाइनल से पहले टीम में वापसी की थी।
भारत उस साल टी-20 वर्ल्ड कप की मेजबानी कर रहा था। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले जा रहे भारत के खिलाफ सेमीफाइनल में उन्होंने 51 गेंदों में 82 रन बनाकर कैरेबियाई टीम को फाइनल में पहुंचाने में मदद की। सिमंस की इस पारी ने करोड़ों भारतीयों का दिल तोड़ा था लेकिन उनके देश के सभी फैंस उनकी इस पारी से बेहद खुश थे। फाइनल मैच बड़े ही रोमांच और ड्रामे के साथ हुआ जिसे अंत में वेस्टइंडीज ने जीता। वेस्टइंडीज टीम की यह दूसरी टी-20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी थी।