भारत में खेले जा रहे वनडे वर्ल्ड कप का क्रेज देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं भारत में क्रिकेट को कितना पसंद किया जाता है। फेम और पैसों की भरमार के चलते भारत में अधिकत्तर माता-पिता अपने बच्चे को क्रिकेटर बनने और भारत को वर्ल्ड कप जैसे बड़े मेगा टूर्नामेंट में रिप्रजेंट करने का सपना देखते हैं। हालांकि 1.4 बिलियन वाले भारत में यह सपना पूरा करना इतना आसान काम नहीं है। जिसके चलते कई खिलाड़ी स्किल होने के बावजूद टीम में जगह नहीं मिलने के बाद दूसरे देशों से क्रिकेट खेलते नजर आते रहे हैं। अभी खेले जा रहे वनडे वर्ल्ड कप में भी कई भारतीय मूल के क्रिकेटरों में कमाल का प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम की जीत में अहम योगदान दिया है। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही पांच भारतीय मूल के खिलाड़ियों पर विस्तार से बात करेंगे।
5. केशव महाराज (साउथ अफ्रीका)
साउथ अफ्रीका को जारी वर्ल्ड कप 2023 के दूसरे सेमीफाइनल में पांच बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा। टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाने में बल्लेबाजों के साथ-साथ गेंदबाजों का भी अहम योगदान रहा। कई मुकाबलों में टीम के लिए शानदार गेंदबाजी करने वाले और हालही में नंबर 1 वनडे गेंदबाज बने केशव महाराज भारतीय मूल के है।
महाराज के परदादा उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के रहने वाले थे और 1874 में डरबन चले गए थे। विशेष रूप से, उनके पिता तटीय दक्षिण अफ़्रीकी प्रांत क्वाज़ुलु-नाटा के लिए विकेटकीपर के रूप में खेलते थे। महाराज, जो सभी प्रारूपों में दक्षिण अफ्रीका का प्रतिनिधित्व करते हैं, वर्तमान में सीमित ओवरों में टीम के उप-कप्तान हैं।
4. रचिन रवींद्र (न्यूजीलैंड)
न्यूजीलैंड के चोटिल कप्तान विलियमसन की जगह टीम में शामिल किए गए रचिन रवींद्र ने शानदार प्रदर्शन कर सभी को प्रभावित किया है। वर्ल्ड कप में बतौर डेब्यूडेंट बल्लेबाज सबसे अधिक 578 रन बनाकर शाानदार रिकॉर्ड अपने नाम किया है। रचिन से पहले बतौर डेब्यूडेंट सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड महान सचिन तेंदुलकर और बाबर आजम के नाम था। 23 वर्षीय रचिन का जन्म वेलिंगटन में बैंगलोर के दक्षिण भारतीय मूल के माता-पिता के यहां हुआ था। रचिन का नाम महान भारतीय क्रिकेटरों राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर के पहले नामों मिलाकर निकाला गया है।
3. विक्रमजीत सिंह ( नीदरलैंड)
इस लिस्ट में तीसरा नाम आता हैं नीदरलैंड के सलामी बल्लेबाज विक्रमजीत सिंह का। 2019 में नीदरलैंड के लिए डेब्यू करने वाले विक्रमजीत सिंह का जन्म पंजाब के चीमा खुर्द में हुआ था।
4. तेजा निदामानुरू (नीदरलैंड)
दाएं हाथ के बल्लेबाज अनिल तेजा निदामानुरु, जो ऑफ-ब्रेक डिलीवरी के साथ गेंदबाजी में भी योगदान दे सकते हैं, का जन्म विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश में हुआ था। दिलचस्प बात यह है कि 29 वर्षीय खिलाड़ी न्यूजीलैंड में पले-बढ़े और घरेलू क्रिकेट में ऑकलैंड के लिए खेले हैं।
5. ईश सोढ़ी (न्यूजीलैंड)
ईश सोढ़ी, जो सभी फॉर्मट में न्यूजीलैंड की ओर से खेलते हैं, एक पंजाबी हैं जिनका जन्म भारत के लुधियाना में एक सिख परिवार में हुआ था। जब सोढ़ी चार साल के थे, तब वे अपने परिवार के साथ न्यूजीलैंड के पापाटोएटो चले गए। इस प्रतिभाशाली लेग स्पिनर ने अपने 50 वनडे मैचों में 36.33 की औसत से कुल 61 विकेट लिए हैं।