बांग्लादेशी बल्लेबाज लिटन दास ने अफसोस जताया है कि उनकी टीम में पावर-हिटिंग क्षमता की कमी है और यह भविष्य में उनके खराब प्रदर्शन का एक प्रमुख कारण हो सकता है। उन्हें लगता है कि अगर वह इस क्षेत्र में सुधार नहीं करते हैं, तो उनकी टीम के लिए इस साल अक्टूबर में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप में बड़ी निराशा हाथ लग सकती है।
वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की श्रृंखला के तीसरे और अंतिम अंतर्राष्ट्रीय टी-20 मुकाबले में, बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करके 20 ओवर में 163/5 का स्कोर बनाया। दास ने 41 गेंदों में 49 और अफिफ हुसैन ने 38 गेंदों में 50 रनों बनाए। लेकिन वेस्टइंडीज से जबरजस्त बल्लेबाजों ने 10 गेंदें शेष रहते हुए पांच विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया।
दास ने बताई टीम की कमजोरी
ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बात करते हुए दस ने कहा कि, "उनके पास मेयर्स और पूरन जैसे बल्लेबाज हैं जो तगड़े शॉट्स खेलते हैं। लेकिन हमारे टीम में छक्के मारने की क्षमता किसी में नहीं, हमने हमेशा से चौके मारने की कोशिश की है लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाड़ी हमेशा छक्के ही मारते हैं। यही सबसे बड़ी समानता है जो हमारी टीम पर भारी पड़ रही है। हम बहुत से बड़े टीमों के मुकाबले टी-20 में अभी भी पीछे हैं। हमें अपने क्रिकेट पर बहुत काम करना है। हम वास्तव में शक्तिशाली क्रिकेट नहीं खेल सकते हैं।
हम सिर्फ एक ही तरीके से खुद में सुधार ला सकते हैं : लिटन दस
वेस्टइंडीज ने सीरीज में जहां 23 चौके लगाए, वहीं बांग्लादेश के झोली में 31 चौकों थे। लेकिन जब श्रृंखला में दोनों टीमों द्वारा लगाए गए छक्कों की संख्या की तुलना की गई तो पाया गया कि वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों ने कुल 21 छक्के लगाए, जो बांग्लादेश की तुलना में छह अधिक थे।
दास ने कहा कि, "कई लोगों का कहना है कि टी-20 खेल तकनीक के साथ शैली और रणनीति का है, लेकिन मेरा मानना है कि कई बार शक्तिशाली होना बहुत जरूरी है। मेरे ख्याल से इस पहलु में हम काफी पीछे हैं। हमें जहां विश्व कप खेलना है, वहां मैदान बड़े होंगे। अगर हम अभ्यास करेंगे और मैच खेलेंगे तो हमें टी-20 वर्ल्ड कप के लिए ज्यादा विश्वास मिलेग।