कोलकाता के लिए इंडियन टी-20 लीग 2022 का सीजन उतना अच्छा नहीं गुजरा, जितनी फ्रेंचाइजी को उम्मीद थी। दो बार की चैंपियन टीम अंकतालिका में निचले क्रम में थी। इस बीच बंगाल के खेल मंत्री मनोज तिवारी ने बंगाल के खिलाड़ियों को बढ़ावा नहीं देने के लिए कोलकाता फ्रेंचाइजी की तीखी आलोचना की है।
कोलकाता इंडियन टी-20 लीग की तीसरी सबसे सफल टीम रही है। वह दो बार ट्रॉफी जीत चुकी है। 2012 में जब पहली बार कोलकाता चैंपियन बना था तो उस समय मनोज तिवारी खिताब जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। अब कोलकाता के पूर्व खिलाड़ी ने बंगाल क्षेत्र से आने वाले खिलाड़ियों की कमी के बाद टीम मैनेजमेंट के तरीको पर सवाल उठाए हैं।
बता दें कि मनोज तिवारी के अलावा पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली, मोहम्मद शमी, लक्ष्मी रतन शुक्ला और रिद्धिमान साहा समेत पश्चिम बंगाल के कुछ प्रमुख खिलाड़ियों ने कोलकाता फ्रेंचाइजी का नेतृत्व किया है, लेकिन हाल के वर्षों में टीम में बंगाल के खिलाड़ियों की कमी देखी जा रही है।
'स्थानीय खिलाड़ी स्टेडियम में बच्चों को प्रेरित करते हैं'
मनोज तिवारी ने स्पोर्ट्स तक पर कहा कि निश्चित रूप से एक बदलाव देखना चाहूंगा। मैं हमेशा कहता हूं बहुत सारे खिलाड़ी बंगाल से कोलकाता में होने चाहिए। मेरा एक सवाल है अगर बंगाल के खिलाड़ी अन्य टीमों के प्लेइंग इलेवन में खेल सकते हैं तो वे यहां क्यों नहीं खेल सकते। इससे मैनेजमेंट पर हमेशा सवाल उठते हैं।
तिवारी ने आगे कहा स्थानीय खिलाड़ी स्टेडियम में बच्चों को प्रेरित करते हैं। फैन्स भी अपने स्थानीय खिलाड़ियों को सपोर्ट करना चाहेंगे। वे हमेशा अपनी टीम का समर्थन करेंगे, लेकिन जब देखेंगे कि टीम में एक स्थानीय खिलाड़ी है तो वे उसी इमोशन के साथ जुड़ जाएंगे। मैं माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से शाहरुख खान से बातचीत करने के लिए कहूंगा। वह पश्चिम बंगाल के ब्रान्ड एम्बेसडर हैं। हम देखेंगे कि उसके बाद क्या होता है।