इंडियन टी-20 लीग 2022 का 67वां मुकाबला गुजरात और बैंगलोर के बीच खेला गया, जहां फाफ डु प्लेसिस की अगुवाई वाली टीम ने 8 विकेट से मुकाबला जीत लिया। इस मुकाबले में मैथ्यू वेड को विवादास्पद तरीके से आउट दिए जाने के बाद उनके गुस्से वाले रवैये के लिए फटकार लगाई गई है। उन्हें इंडियन टी-20 लीग की आचार संहित के उल्लंघन का दोषी पाया गया।
ड्रेसिंग रूम में मैथ्यू वेड ने खोया अपना आपा
दरअसल, इस सीजन रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे मैथ्यू वेड ने शुरुआत में कुछ अच्छे शॉट्स लगाए, लेकिन छठे ओवर में उन्होंने ग्लेन मैक्सवेल की गेंद पर स्वीप शॉट लगाने का प्रयास किया, लेकिन गेंद पर पैड पर लगी। फील्ड अंपायर ने अपील पर उन्हें आउट करार दिया।
हालांकि, वेड को भरोसा था कि गेंद बल्ले से लगी है और इसलिए उन्होंने डीआरएस का इस्तेमाल किया। रिप्ले में ऐसा लग रहा था कि गेंद बल्ले के पास से गुजर रही थी, लेकिन अल्ट्रा एज में कोई स्पाइक नहीं दिखा, जिस वजह से थर्ड अंपायर ने फील्ड अंपायर को अपने फैसले पर कायम रहने के लिए कहा। इसलिए वेड को 16 रन ने निजी स्कोर वापस पवेलियन लौटना पड़ा।
वेड इस फैसले से बिल्कुल खुश नहीं थे और उन्होंने मैदान में नाराजगी जाहिर की, लेकिन जैसे ही वह ड्रेसिंग रूम में पहुंचे अपना आपा खो बैठे। उन्होंने अपने हेलमेट को फेंक दिया और बल्ले को कई बार जमीन पर मारा। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर के इस व्यवहार को देखते हुए टूर्नामेंट के आयोजनों ने उन्हें कड़ी फटकार लगाई।
आचार संहिता उल्लंघन के दोषी पाए गए
इंडियन टी-20 लीग के आयोजकों ने बयान जारी किया, जिसमें कहा गया, गुजरात के मैथ्यू वेड को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में बैंगलोर के खिलाफ अपनी टीम के मैच के दौरान इंडियन टी-20 लीग आचार संहिता के उल्लंघन के लिए फटकार लगाई गई है। वेड ने आचार संहिता के अनुच्छेद 2.5 के लेवल 1 अपराध को स्वीकार किया है। आचार संहिता के लेवल 1 उल्लंघनों के लिए मैच रेफरी का निर्णय अंतिम और बाध्यकारी है।