MI vs KKR : आईपीएल (IPL) 2023 का आगाज 31 मार्च से हो चुका है और आए दिन फैंस को एक के बाद एक करके रोमांचक मुकाबले देखने को मिल रहे हैं। लेकिन इसी बीच आईपीएल को लेकर सट्टेबाज भी सक्रिय हो गए हैं। हाल ही में मुंबई पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम से पांच सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया। यह सट्टेबाज लाइव मैच में सट्टेबाजी कर रहे थे।
गिरफ्तारियां रविवार रात वानखेड़े स्टेडियम के गरवारे पवेलियन से की गईं, जब मुंबई इंडियंस बनाम कोलकाता नाइट राइडर्स का मैच खेला जा रहा था। इन पांच संदिग्धों की पहचान अजय हरकिशन बवेजा (40), विवेक महेशचंद्र तिवारी (41), मनोज भैरोंलालजी नारानीवाल (37), सुमितकुमार ललितकुमार दद्दा (44) और जकीउल्लाह अमन जियाउल्लाह खान (39) के रूप में हुई है।
MI vs KKR : कैसे कर रहे थे वह सट्टेबाजी?
इस ऑपरेशन को अंजाम चेंबूर क्राइम ब्रांच यूनिट ने दिया और इन Bookies को पकड़ने के लिए उन्हें काफी इंतेजार करना पड़ा। उन्होंने एक मोबाइल बेटिंग ऐप का उपयोग करने की बात कबूल की और खुलासा किया कि वे मैच के दौरान अन्य सहयोगियों के साथ फेंकी जाने वाली प्रत्येक गेंद पर नजर रख रहे थे ताकि सट्टा लगाकर भारी मुनाफा कमाया जा सके।
पुलिस ने 10,400 रुपये, पांच मैच टिकट, एक पासपोर्ट, 3 सिम कार्ड, 2 डेबिट कार्ड, एक लखनऊ-मुंबई फ्लाइट टिकट और नौ मोबाइल बरामद किए, जिनकी कुल कीमत 2,20,000 रुपये है। पुलिस फिलहाल आगे जांच में लगी हुई है और बड़ी मछलियों को ट्रैप करने का प्लान बना रही है।
पहले भी आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग के चक्कर में हो चुका है बदनाम
स्पॉट फिक्सिंग कांड इस IPL के इतिहास में सबसे बड़े विवादों में से एक है। यह तब हुआ जब दिल्ली पुलिस ने राजस्थान के तीन खिलाड़ियों एस श्रीसंत, अजीत चंदीला और अंकित चह्वाण पर स्पॉट फिक्सिंग का आरोप दर्ज किया। जांच के बाद खिलाड़ियों पर क्रिकेट से आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया। हालांकि तीनों खिलाड़ियों को दोषी नहीं पाया गया था, लेकिन चंदीला को 2016 में इंडियन क्रिकेट द्वारा सभी प्रकार के क्रिकेट से प्रतिबंधित कर दिया गया था। हालांकि, श्रीसंत का प्रतिबंध 2020 में हटा लिया गया था।