पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया है। हालांकि वह टी-20 फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे। इससे पहले हफीज ने साल 2018 में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। हालांकि वह सीमित ओवर के क्रिकेट खेल रहे थे। वह टी-20 विश्व कप 2021 में पाकिस्तान टीम का हिस्सा थे, लेकिन टूर्नामेंट में उनका प्रदर्शन औसत रहा।
हफीज ने 392 मैचों में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया
मोहम्मद हफीज ने पाकिस्तान के लिए 55 टेस्ट, 218 एकदिवसीय और 119 टी-20 मैच खेले, जिसमें उन्होंने कुल 12780 रन बनाए, जबकि 253 विकेट भी लिए। मोहम्मद हफीज 2020 में टी-20 विश्व कप के बाद रिटायर होने के लिए तैयार थे। हालांकि कोरोना महामाही के कारण यह मेगा इवेंट 2021 में आयोजित कराने का फैसला किया गया। इसलिए हफीज को अपनी संन्यास की घोषणा करने का इंतजार करना पड़ा। 2021 में टी-20 विश्व कप के बाद यह स्पष्ट था कि वह अब पाकिस्तान के लिए नहीं खेलेंगे।
2009 के टी-20 विश्व कप को छोड़कर, जिसे पाकिस्तान ने जीता था, मोहम्मद हफीज ने मेगा इवेंट का हर संस्करण खेला। उन्होंने 2012 के टी-20 विश्व कप में पाकिस्तान को सेमीफाइनल तक पहुंचाया। वह 2014 में टीम के कप्तान भी थे, जब पाकिस्तान सेमीफाइनल में नहीं पहुंच सका था। मोहम्मद हफीज ने 29 टी-20 मैचों में पाकिस्तान का नेतृत्व किया, जिसमें पाकिस्तान को 18 में जीत मिली और 11 में हार का सामना करना पड़ा।
हफीज का फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलने पर ध्यान
इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया में एक 20-20 विश्व कप होना है और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की योजना में वह फिट नहीं है, क्योंकि बोर्ड नये युवाओं को टीम में मौका देना चाहता है। अगर हफीज को टी-20 विश्व कप के लिए टीम में शामिल होना है, तो उन्हें पाकिस्तान के लिए सभी टी-20 सीरीज में खेलना होगा, जिसके लिए न तो बोर्ड तैयार था और न ही हफीज तैयार थे।
हफीज ने पहले ही खुलासा कर दिया था कि उनका ध्यान फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलने पर है और उन्होंने पीसीबी से अनुरोध किया कि वह केवल महत्वपूर्ण आयोजनों के लिए उन पर विचार करें। 41 वर्षीय हफीज कई टी-20 फ्रेंचाइजी क्रिकेट टूर्नामेंट के सक्रिय सदस्य हैं। वह अभी पाकिस्तान सुपर लीग में दिखाई देंगे, जहां वह लाहौर कलंदर्स के लिए खेलेंगे। यह टूर्नामेंट 27 जनवरी से शुरू हो रहा है।