टीम इंडिया हमेशा बड़े टूर्नामेंट में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करती है। टीम इंडिया के इतिहास की बात करें तो उसने अब तक चार बड़े टूर्नामेंट जीते हैं। साल 2007 में, एमएस धोनी ने पहली बार 20-20 विश्व कप जीतकर एक ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। मेन इन ब्लू की उस 20-20 विश्व कप जीत को देखकर सभी फैंस पागल हो गए थे।
लेकिन साल 2007 में वनडे वर्ल्ड कप में हारने के बाद, भारतीय प्रशंसक सभी खिलाड़ियों से नाराज थे। यहां तक कि, पहले 20-20 विश्व कप में, सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों ने इस टूर्नामेंट में नहीं खेलने का फैसला किया था। लेकिन धोनी पीछे नहीं हटे और एक युवा टीम के साथ अपने पहले प्रयास में ट्रॉफी जीतकर बड़ी उपलब्धि हासिल की। अब खबरें आ रही हैं कि उस इतिहासिक जीत पर एक डॉक्यूमेंट्री वेब सीरीज बनाई जाएगी।
यहाँ देखें ट्वीट
Anand Kumar's next to recreate India's 2007 T20 Cricket World Cup journey. A multi-language documentary web series will feature 15 Indian cricketers sharing their anecdotes and is set to release in 2023 with a A-list star cast. pic.twitter.com/x7bZ72yHqU
— Sumit Kadel (@SumitkadeI) November 18, 2022
एक प्रतिष्ठित फिल्म ट्रेड एनालिस्ट सुमित कडेल के अनुसार, आनंद कुमार का अगला प्रोजेक्ट भारत की 2007 20-20 क्रिकेट विश्व कप है। आनंद कुमार की बात करें तो वह भारत के जाने-माने फिल्म निर्देशक हैं। यह एक मल्टी लैंग्वेज डॉक्यूमेंट्री वेब सीरीज होगी। इसमें उन, 15 भारतीय क्रिकेटरों को शामिल किया जाएगा और वह अपने किस्से साझा करेंगे।
यह वेब सीरीज़ साल 2023 में ए-लिस्ट स्टार कास्ट के साथ रिलीज होने वाली है। गौरतलब है कि, यह ग्लोबल क्रिकेट प्रशंसकों, खासकर भारतीय प्रशंसकों के लिए बहुत बड़ी बात होगी।
साल 2007 में भारत ने रचा था इतिहास
एमएस धोनी और उनके युवा साथियों ने 2007 के 20-20 विश्व कप के फाइनल में कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराकर इतिहास रच दिया था। इसलिए 24 सितंबर 2007, भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण दिन के रूप में जाना जाता है।
एमएस धोनी ने इस युवा टीम की अगुवाई की थी और टीम मैनेजर लालचंद राजपूत की निगरानी में भारत ने इतिहास रचा था। यह एक रोमांचक मुकाबला इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस मैच में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिले थे। टॉस जीतकर धोनी ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। लेकिन भारत ने शुरुआत में ही नियमित अंतराल पर विकेट खोए। पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने 54 गेंदों में 75 रनों की पारी खेली थी जिसने टीम को बड़ा हौसला दिया था। गंभीर के इस शानदार पारी के कारण भारत ने 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 157 रन बनाए थे।
हालांकि पाकिस्तान के लिए यह चेज बेहद ही आसान था क्योंकि उनके सामने कोई बड़ा स्कोर नहीं था। पाकिस्तान टीम को लक्ष्य तक बिना किसी परेशानी के मैच जीतने की उम्मीद थी। लेकिन इरफान पठान के नेतृत्व में भारतीय गेंदबाजों ने एक शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन दिखाई और, उन्होंने 3 विकेट चटकाए और चार ओवरों के अपने कोटे में केवल 16 रन दिए। इस स्पैल के कारण भारत की मैच में वापसी हुई।