इंडियन टी-20 लीग 2022 के शुरू होने से पहले चेन्नई फ्रेंचाइजी ने रवींद्र जडेजा को कप्तान नियु्क्त किया, लेकिन अनुभवी ऑलराउंडर इस चुनौती को स्वीकार नहीं कर सके। 30 अप्रैल को उन्होंने कप्तानी छोड़ने का फैसला किया, जिसके बाद महेंद्र सिंह धोनी फिर से चेन्नई के कप्तान बने।
जडेजा के कप्तानी पर धोनी ने दी प्रतिक्रिया
इस सीजन जडेजा की कप्तानी में चेन्नई की टीम ने संघर्ष किया है। यहां तक कि जडेजा का व्यक्तिगत प्रदर्शन भी काफी प्रभावित हुआ। वह गेंद और बल्ले से प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। इसलिए टीम के हित में उन्होंने धोनी को वापस कमान देने का फैसला किया। रविवार 1 मई को हैदराबाद के खिलाफ धोनी ने कप्तानी की। उनके कप्तान बनते ही चेन्नई ने शानदार जीत दर्ज की और हैदराबाद को 13 रनों से हराया।
धोनी ने मैच के बाद जडेजा के कप्तानी छोड़ने के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्वीकार किया कि अतिरिक्त जिम्मेदारी के कारण जडेजा का प्रदर्शन प्रभावित हुआ। धोनी ने जडेजा के नेतृत्व पर भी बात की और कहा कि स्पून फीडिंग वास्तव में एक कप्तान की मदद नहीं करता।
'जडेजा को पिछले सीजन में पत चल गया था'
एमएस धोनी ने कहा, जडेजा को पिछले सीजन में ही पता था कि वह इस साल से कप्तानी करेंगे। पहले दो मैचों में मैंने उनका साथ दिया, लेकिन इसके बाद उन्हें खुद फैसले लेने के लिए छोड़ दिया। मैंने जोर देकर कहा कि वह अपने फैसले और जिम्मेदारी खुद लेंगे। धोनी ने कहा का जब आप एक बार कप्तान बनते हैं तो कई सारी चीजें बदलती हैं।
उन्होंने कहा लेकिन जैसे-जैसे आगे बढ़े, इससे जडेजा के प्रदर्शन पर असर पड़ा। उन्होंने कहा स्पून फीडिंग वास्तव में एक कप्तान की मदद नहीं करता। मैदान पर आपको महत्वपू्र्ण फैसले लेने होते हैं और उन फैसलों की जिम्मेदारी लेनी होती है। धोनी को उम्मीद है कि अब कप्तानी से हटने के बाद जडेजा बेहतर प्रदर्शन करेंगे।