भारत के पूर्व कप्तान और अनुभवी क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी घुटनों के दर्द से परेशान हैं, लेकिन जोड़ों के दर्द का इलाज कराने के लिए वह किसी हाई प्रोफाइल अस्पताल या स्पेशलिस्ट का सहारा नहीं ले रहे हैं। बल्कि वे अपने घुटने के दर्द का इलाज एक वैद्य से करवा रहे हैं। ये वैद्य रांची से 70 किलोमीटर दूर लापुंग इलाके के कातिंगकेला में रहते हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक धोनी के वैद्य का नाम वंदन सिंह खरवार है और धोनी उनसे इलाज करा रहे हैं। इसके लिए धोनी को हफ्ते में एक बार उनके वैद्य आश्रम में जाना पड़ता है। जब धोनी वैद्य के पास जाते हैं, तो लोग उनके साथ सेफ्ली लेने के लिए उमड़ पड़ते हैं। हालांकि जब धोनी वैद्य के पास गए, तो वह उन्हें पहचान नहीं सके। फिर बाद में स्थानीय लोगों द्वारा धोनी के बारे में पता चला।
धोनी वैद्य के पास इलाज के लिए गए
वैद्य वंदन सिंह अपने रोगियों का इलाज विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियों से करते हैं। वह रोगियों को जड़ी-बूटी को दूध के साथ सेवन करने के लिए बताते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक धोनी के माता-पिता दो-तीन महीने से वैद्य के पास जा रहे थे, लेकिन जब धोनी को घुटनों में दर्द हुआ तो वह भी वैद्य के पास इलाज के लिए गए। धोनी ने वैद्य को अपने घुटनों के दर्द के बारे में बताया। फिर वैद्य ने धोनी को कुछ दवा की खुराक दी, जिसके लिए 40 रुपये लिए।
आपको बता दें कि एमएस धोनी ने अगस्त 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। उन्होंने आखिरी बार अंतरराष्ट्रीय मैच 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। इसके बाद से धोनी सिर्फ इंडियन टी-20 लीग में चेन्नई की जर्सी में खेलते हुए दिखाई देते हैं। इस सीजन से पहले धोनी ने कप्तानी छोड़ने का फैसला लिया।
धोनी ने ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को कप्तानी सौंपी, लेकिन जडेजा कप्तानी का भार संभाल नहीं सके और फिर से धोनी को कप्तानी सौंप दी गई। चेन्नई के लिए इंडियन टी-20 लीग 2022 का सीजन अच्छा नहीं रहा। इस बीच धोनी के आखिरी बार इस टूर्नामेंट में खेलने के रिपोर्ट्स के बीच धोनी ने साफ कर दिया कि वह अगले साल भी इस टूर्नामेंट में खेलते हुए दिखाई देंगे।