एमएस धोनी ने समन जारी करने और आईपीएस अधिकारी जी संपत कुमार के खिलाफ अवमानना कार्यवाही शुरू करने के लिए मद्रास उच्च न्यायालय का रुख किया है। मैच फिक्सिंग से जुड़े मामले में सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ आईपीएस अधिकारी की कथित टिप्पणी के कारण धोनी ने यह बड़ा कदम उठाया है।
इस याचिका पर मंगलवार (8 नवंबर) को सुनवाई किए जाने की संभावना है। बता दें कि यह केस साल 2014 का है जब धोनी पर स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी के आरोप लगे थे। इस मामले में जी संपत कुमार ने धोनी पर टिप्पणी की थी। ऐसे बयान के बाद धोनी मद्रास हाई कोर्ट पहुंचे थे और संपत की टिप्पणी पर रोक लगाने के साथ ही मानहानि का केस किया था। गौरतलब है कि संपत कुमार तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक थे।
बता दें कि पूर्व भारतीय कप्तान द्वारा दायर इस मुकदमे में उनके खिलाफ मैच फिक्सिंग के आरोप लगाने के लिए जी मीडिया कॉरपोरेशन और संपत कुमार से 100 करोड़ रुपये हर्जाना की मांग की गई थी।
तमिलनाडु के महाधिवक्ता आर शुनमुगसुंदरम से ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद प्रक्रिया के तहत आपराधिक अवमानना की कार्रवाई की जाएगी।
एमएस धोनी ने कोर्ट में दायर किया था मुकदमा
धोनी द्वारा मुकदमा दायर होने के बाद, 18 मार्च, 2014 को अदालत ने एक अंतरिम आदेश पारित किया था। इस अंतरिम आदेश ने संबंधित अधिकारी (संपत कुमार) को तत्कालीन भारतीय कप्तान पर कोई और बयान देने से प्रतिबंधित कर दिया था।
लेकिन संपत कुमार ने आदेश का पालन नहीं किया और कथित तौर पर सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक हलफनामा दायर किया जिसमें न्यायिक प्रणाली और उनके खिलाफ मामलों में राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रमुख वकील के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी।
गौरतलब है कि धोनी अगले साल होने वाले इंडियन टी-20 लीग 2023 में एक्शन में दिखाई देंगे। धोनी अगले साल होने वाले इंडियन 20-20 लीग में बतौर कप्तान हिस्सा ले रहे हैं। गौरतलब है कि, इस साल खेले गए इंडियन 20-20 लीग में धोनी ने टीम की कप्तानी रवींद्र जडेजा को सौंप दी थी। हालांकि जडेजा के उस पद पर रहने से उनके फॉर्म पर काफी असर पड़ा। इसके कारण उन्होंने कुछ मैचों के बाद खुद सीएसके की कप्तानी धोनी को वापस सौंप दी।