भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने कहा है कि उनका ध्यान अगले साल होने वाले वनडे वर्ल्ड कप पर है। ऐसे में वह टीम के लिए अधिक से अधिक मैच खेलना चाहते हैं।
द टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में धवन ने अंतरराष्ट्रीय वनडे वर्ल्ड कप क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करने की अपनी योजना के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि मुझे अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेलना पसंद है, जिसमें खेलने पर हमेशा एक अलग एहसास और संतुष्टि होती है।
धवन ने कहा कि, "जब भी मैं भारत की जर्सी पहनता हूं, मुझपर दबाव हमेशा रहता है लेकिन मुझे पता है कि उस दबाव को कैसे हैंडल करना है। उन्होंने कहा कि मेरा ध्यान, प्रक्रिया और तैयारी किसी भी टूर्नामेंट के लिए समान होती है, जिसमें मैं खेल रहा हूं।
मेरा ध्यान सिर्फ वनडे वर्ल्ड कप पर है : धवन
सलामी बल्लेबाज ने कहा कि, "मेरा ध्यान अगले साल होने वाले 50 ओवर के विश्व कप पर है और उसके लिए मैं भारत के लिए ज्यादा से ज्यादा मैच खेलना चाहता हूं और उनमें अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं। बीच में इंडियन टी-20 लीग भी है, इसलिए मैं वहां भी प्रदर्शन जारी रखने की कोशिश करूंगा और घरेलू एकदिवसीय और टी-20 मैच खेलूंगा तथा खुद को फिट और तैयार रखूंगा।"
टीम में कप्तानी दिए जानें पर धवन की राय
धवन ने भारतीय टीम की कप्तानी पर भी बात की। उन्होंने कहा कि भारत की कप्तानी करना हमेशा सम्मान की बात होती है। कप्तानी के लिए मेरा दृष्टिकोण शांत और आक्रामक होना है अर्थात अंदर से आक्रामक और बाहर से शांत।
धवन ने कहा कि, "मैं चाहता हूं कि मेरी टीम मैदान पर खेल का आनंद ले। मुझे युवा खिलाड़ियों को सलाह देना अच्छा लगता है और यह मुझमें नेतृत्व के गुणों को सामने लाता है।"
उल्लेखनीय है कि सलामी बल्लेबाज शिखर धवन इस समय जिम्बाब्वे दौरे पर गई टीम का हिस्सा हैं। जिम्बाब्वे में भारतीय टीम तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला खेलेगी। श्रृंखला में धवन उप कप्तान की भूमिका निभाते नजर आएंगे। पहले उन्हें इस दौरे के लिए कप्तान बनाया गया था लेकिन आखिरी वक्त में सलामी बल्लेबाज केएल राहुल के फिट होकर वापसी करने के बाद उनको यह जिम्मेदारी देने का फैसला लिया गया। यह श्रृंखला 18 से 22 अगस्त तक खेली जाएगी।
धवन ने हालिया में रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी संभाली थी और उन्होंने सीरीज में 3-0 से जीत हासिल किया था।