संदीप लामिछाने मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है। अब नेपाल पुलिस ने देश के भगोड़े निलंबित राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के कप्तान का पता लगाने के लिए इंटरपोल से मदद मांगी है। एक 17 वर्षीय लड़की द्वारा लगाए गए दुष्कर्म के आरोप के बाद संदीप लामिछाने के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था।
नेपाल पुलिस के प्रवक्ता टेक प्रसाद राय का कहना है कि इंटरपोल ने रविवार को उसके खिलाफ एक 'डिफ्यूजन' नोटिस जारी किया, जिसमें सदस्य देशों से उसकी पहचान करने में सहायता करने को कहा गया। उन्होंने कहा, 'हमें उम्मीद है कि इससे लामिछाने को उसके खिलाफ बलात्कार की शिकायत के मामले की जांच के लिए गिरफ्तार करने में मदद मिलेगी।'
आपको बता दें कि रविवार को सोशल मीडिया पर लामिछाने ने आरोप का खंडन करने के लिए जल्द से जल्द घर वापस जाने का वादा किया। संदीप ने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा कि वह अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के कारण आइसोलेशन में है और गिरफ्तारी वारंट से वह काफी परेशान है। हालांकि संदीप ने अपने रूकने की जगह नहीं बताई।
अपने बचाव में संदीप ने कही ये बातें
लामिछाने ने कहा कि, 'झूठे आरोपों के आधार पर उसके साथ अपराधी जैसे व्यवहार ने मानसिक और शारीरिक रूप से प्रभावित किया है। डॉक्टरों की सलाह से सामान्य स्थिति में वापस आया और मेरे स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। मैं जल्द से जल्द नेपाल वापस लौटने की योजना बना रहा हूं, ताकि झूठे आरोपों से लड़ सकूं। इन सब बातों ने मुझे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रभावित किया। इसलिए मैंने कुछ समय के लिए खुद को आइसोलेट रखने का फैसला किया।'
बता दें कि संदीप लामिछाने राष्ट्रीय क्रिकेट टीम का प्रमुख चेहरा रहे हैं। दिल्ली फ्रेंचाइजी ने 2018 में संदीप को इंडियन टी-20 लीग के लिए साइन किया और वह टूर्नामेंट खेलने वाले पहले नेपाली खिलाड़ी हैं। पुलिस वारंट जारी होने के बाद संदीप को टीम की कप्तानी से हटा दिया गया। इसके बाद वह कैरेबियन प्रीमियर लीग से हट गए, जहां वह जमैका तल्लावाह का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।