एशेज में अंपायरिंग कर रहे नितिन मेनन को फैंस की सलाह, बोले "ज्यादा उंगली मत करना वो..."

मध्यप्रदेश के इंदौर से ताल्लुक रखने वाले नितिन मेनन तीसरे एशेज मुकाबले में अंपायरिंग करते हुए बतौर अंपायर एशेज में हिस्सा लेने वाले पहले भारतीय अंपायर बन चुके है।

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Manoj Kumar
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Nitin Menon, India

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ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच ऐतिहासिक एशेज सीरीज का तीसरा मुकाबला लीड्स के मैदान पर आज यानी 6 जुलाई से खेला जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया सीरीज में शुरुआती दो मुकाबलों को मेहमान टीम ने करारी शिकस्त देते हुए 2-0 की बढ़त बना ली है। एशेज का तीसरा मुकाबला भारत के नजरिए से भी यादरगार रहने वाला है। क्योंकि भारतीय अंपयार नितिन मेनन तीसरे एशेज मुकाबले में बतौर अंपायर नजर आ रहे हैं। हालांकि फैंस नितिन मेनन के पहले के कुछ विवादित निर्णयों के लिए ट्रोल करते हुए सोशल मीडिया पर जमकर रिएक्शन दिए हैं।

एशेज में अंपायरिंग करने वाले पहले भारतीय अंपायर

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मध्यप्रदेश के इंदौर से ताल्लुक रखने वाले नितिन मेनन तीसरे एशेज मुकाबले में अंपायरिंग करते हुए बतौर अंपायर एशेज में हिस्सा लेने वाले पहले भारतीय अंपायर बन चुके हैं। हालांकि नितिन मेनन इससे पहले भी कई अहम मुकाबलों में अंपायरिंग कर चुके हैं। लेकिन एशेज में इससे पहले कोई भी भारतीय अंपायर नजर नहीं आया था।

पिछले दिनों पीटीआई से बात करते हुए मेनन ने कहा था कि "पहले दो वर्षों में भारतीय उपमहाद्वीप में काम करना, टेस्ट मैचों के लिए अंपायरिंग करना और फिर ऑस्ट्रेलिया और दुबई में टी-20 वर्ल्ड कप में अंपायरिंग करना एक अद्भुत अनुभव रहा है। मैं क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ मैच अधिकारियों और खिलाड़ियों के साथ काम करता हूं, जिससे मेरे अंपायरिंग अनुभव में इजाफा हुआ है। मैंने इस सफर के दौरान बहुत कुछ सीखा है। जिनमें से एक हैं कि मैं दबाव में कैसे निर्णय लेता हूं।'

मेनन ने भारतीय सीनियर खिलाड़ियों पर लगाए थे फैसले प्रभावित करने के आरोप

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न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए अपने एक इंटरव्यू में मेनन ने भारतीय टीम को लेकर एक विवास्पद बयान देते हुए कहा है कि “जब भारतीय टीम घर में खेलती है तो मैच को लेकर चारों ओर खूब चर्चाएं होती हैं। इस बीच मैच के दौरान कई बड़े भारतीय खिलाड़ी हमेशा आप पर दबाव बनाने की कोशिश करते हैं।”

उन्होंने आगे कहा कि, “वे हमेशा उन 50-50 फैसलों को अपने पक्ष में लेने की कोशिश करते हैं लेकिन अंपायर का काम होता है, बिना प्रभावित हुए फैसला देना। इसलिए जब कोई खिलाड़ी दबाव बनाने की कोशिश भी करता हैं तो हम इस बात पर ध्यान नहीं देते। इससे पता चलता है कि खिलाड़ियों के दबाव से फैसले को बदलने के बजाय मैं किसी भी स्थिति को संभालने के लिए काफी मजबूत हूं। इससे मुझे काफी आत्मविश्वास मिला है।”

यहां देखिए फैंस के रिएक्शन

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