भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 9 जून से पांच मैचों की टी-20 सीरीज शुरू होने वाली है। इस सीरीज में बायो बबल प्रोटोकॉल नहीं होगा। इस प्रकार कोरोना महामारी शुरू होने के बाद भारतीय पक्ष के लिए दो साल में यह पहली अंतरराष्ट्रीय सीरीज होगी, जिसमें बायो-बबल लागू प्रतिबंध लागू नहीं होगा। ऐसे में खिलाड़ियों और उनके परिवारों को क्वारंटीन से नहीं गुजरना होगा।
हालांकि, एहतियात के तौर पर ज्यादा भीड़ से बचने और कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने की सलाह दी गई है। भारत में पिछले कुछ महीनों में कोरोना मामलों में काफी सुधार देखा गया है और बीसीसीआई ने पहले ही सुझाव दिया था कि अगर स्थिति अच्छी रहती है तो कोई बायो-बबल प्रतिबंध नहीं होगा।
इंडियन टी-20 लीग 2022 में आए कोरोना के कई मामले
हाल ही में इंडियन टी-20 लीग का 15वां संस्करण समाप्त हुआ, जिसमें दस अलग-अलग फ्रेंचाइजी अलग-अलग बायो बबल में थे। खिलाड़ियों को बायो बबल में प्रवेश करने से पहले तीन-दिवसीय क्वारंटीन से गुजरना पड़ता था। खिलाड़ियों के लिए लगातार इसमें रहना आसान नहीं था, क्योंकि वे इसके कारण बहुत अधिक तनाव में आ जाते थे।
हालांकि, इतने प्रतिबंधों के बावजूद दिल्ली के कैंप में कोरोना के कई मामले सामने आए। लेकिन पूरे सीजन में स्थिति कंट्रोल में रही और टूर्नामेंट का सफलतापूर्वक आयोजन हुआ।
इस बीच दक्षिण अफ्रीका सीरीज को आगामी वर्ल्ड कप के तैयारियों के रूप में देखा जा रहा है, जो इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाला है। इस सीरीज में सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया है, जबकि कई युवाओं को मौका दिया गया है। वहीं इंडियन टी-20 लीग में अच्छा प्रदर्शन करने के कारण दिनेश कार्तिक और हार्दिक पांड्या की टीम में वापसी हुई है।
दक्षिण अफ्रीका सीरीज के लिए भारतीय टीम
केएल राहुल (कप्तान), रुतुराज गायकवाड़, ईशान किशन, दीपक हुड्डा, श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत (उप-कप्तान, विकेटकीपर), दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, वेंकटेश अय्यर, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, रवि बिश्नोई, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल, आवेश खान, अर्शदीप सिंह और उमरान मलिक।