NZ vs IND: भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला आज खेला गया। न्यूजीलैंड की टीम ने इस मैच में 7 विकेट से जीत दर्ज करते हुए सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है। न्यूजीलैंड की तरफ से टॉम लैथम और केन विलियमसन ने शानदार मैच जिताऊ पारी खेली।
इस हार के बाद फैंस बेहद ही दुखी हैं। ऐसे में आइए उन दो गलतियां और एक मास्टरस्ट्रोक के बारे में बात करें जिसने मैच का रुख बदल दिया।
# 3: गलती - टीम चयन (NZ vs IND)
पहले वनडे के लिए भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन में 6 धुआंधार बल्लेबाज 2 ऑल राउंडर और 3 गेंदबाज शामिल किए गए थे। भारत के पास केवल पांच गेंदबाजी विकल्प थे। कप्तान धवन को अपने संसाधनों को अच्छे से समझने और इस्तेमाल करने की जरूरत थी जो उनसे नहीं हो पाई। और अंततः टॉम लैथम और केन विलियमसन के बीच एक बड़ी और अहम साझेदारी बनी जिसे भारतीय गेंदबाज रोक नहीं सके।
युजवेंद्र चहल भी आज विकेट लेने के लिए संघर्ष करते रहे, क्योंकि कप्तान के पास दूसरा गेंदबाजी विकल्प नहीं था। ऐसे में दीपक चाहर या दीपक हुड्डा, या शायद दोनों का खेलना जरूरी था। अगले मैच में इन दोनों चीजों पर टीम विचार कर सकती है।
# 2: मास्टरस्ट्रोक- उमरान मलिक को टीम में शामिल करना (NZ vs IND)
20-20 वर्ल्ड कप में उमरान मलिक को टीम में शामिल न करने पर फैंस बेहद ही नाराज थे। ऐसे में आज फैंस को उनसे बेहद ही उम्मीद थी की वह कमाल करके दिखाएंगे। बता दें कि, आज न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने वनडे क्रिकेट में अपना डेब्यू किया और इसके साथ ही वह इंटरनेट पर छा गए।
भारतीय गेंदबाजी में यह तेज रफ्तार गेंदबाज कि घातक लग रहा था। इसई गेंदबाज ने कीवी बल्लेबाजों की हवा टाइट करके रखी थी। उमरान ने डेवोन कॉनवे और डेरिल मिचेल को अपना शिकार बनाया और कीवी कप्तान केन विलियमसन भी उनकी गेंद के सामने कई बार परेशानी में नजर आए।
उम्रण मलिक को भारतीय टीम में काफी मौके दिए जानें की जरूरत है ताकि वह अपनी गति और अनुभव को अच्छे से इस्तेमाल करें। हैरान होने वाली बात नहीं होगी की अगर वह इस साल होने वाले वनडे वर्ल्ड कप में मुख्य गेंदबाज रहें। वहीं, प्रबंधन ने उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल करके बड़ा अच्छा काम किया है। इसके साथ ही जिस तरह से उमरान की गति का इस्तेमाल किया गया, उसके लिए भी धवन को श्रेय दिया जाना चाहिए।
# 1: गलती - फील्ड के मुताबिक गेंदबाजी नहीं करना (NZ vs IND)
ईडन पार्क के अजीब डिमेंसन किसी भी गेंदबाज के लिए एक चुनौती है, लेकिन इस वेन्यू पर औसत स्कोर संकेत देते हैं कि अगर गेंदबाज अपनी योजना के अनुसार गेंदबाजी करते हैं तो विकेट मिलने में उन्हें सफलता होगी। लेकिन स्विंग और गति के बावजूद भारत को दूसरे पावरप्ले में रनों पर नियंत्रण रखना मुश्किल हो गया।
ऐसा इसलिए क्योंकि गेंदबाजों ने अपनी सजाई फील्डिंग के अनुसार गेंदबाजी नहीं की। चहल ने कई शॉर्ट गेंदें फेंकी, ठाकुर ने भी अपने दूसरे स्पेल में शॉर्ट साइड पर गलती की। यहां तक कि अर्शदीप सिंह भी कुछ खास नहीं कर पाए।
भारत के गेंदबाजों ने शानदार शुरुआत के बावजूद पहले वनडे में अपनी योजना और फील्डिंग के अनुसार गेंद नहीं फेंकी और इसका परिणाम हार रहा। टीम को दूसरे वनडे में में अपने खेल में सुधार करने की जरूरत होगी।