बतौर मेजबान भारत ने जारी वनडे वर्ल्ड कप में खेले गए आठों लीग मुकाबले जीतकर 16 अंकों के साथ पॉइंट्स टेबल में टॉप पर काबिज है। भारत की इस शानदार कामयाबी में बल्लेबाजों के अलावा गेंदबाजों का भी अहम योगदान रहा है। अधिकांश जीतें गेंद के साथ भारत के सनसनीखेज प्रदर्शन के कारण मिली हैं। इंडियन तेज गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की दुनिया भर के क्रिकेट फैंस जमकर तारीफ कर रहे हैं। इस बीच नीदरलैंड के खिलाफ आखिरी लीग मुकाबले से पहले सौरव गांगुली ने भारतीय गेंदबाजी पेस अटैक को लेकर एक चौंकाने वाला बयान दिया है।
'मैं यह नहीं कह सकता कि यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ भारतीय तेज गेंदबाजी अटैक है' - सौरव गांगुली
खेले गए सभी मैचों में भारतीय तेज गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन को दुनियाभर में तारीफ मिल रही है। भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने अपनी स्विंग गेंदबाजी से बल्लेबाजों को जमकर परेशान किया। वहीं जसप्रीत बुमराह की घातक गेंदबाजी की भी खूब तारीफे की जा रही है। हार्दिक पांड्या के वर्ल्ड कप से बाहर होने के बाद टीम में शामिल किए गए स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी में शुरुआती मुकाबलों में शानदार गेंदबाजी करके टूर्नामेंट में तहलका मचा दिया है। इनके अलावा एडम ज़म्पा और कुलदीप यादव के साथ रवींद्र जड़ेजा टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ स्पिनर रहे हैं। बाद वाले ने कुछ जादुई स्पैल फेंके और भारत की मदद की।
भारत ने अब तक किसी मैच में गेंद से 280 से ज्यादा रन नहीं दिये हैं। भारत के खिलाफ सबसे बड़ा स्कोर न्यूजीलैंड ने 273 रन बनाया है। बाकी सभी मैचों में भारत ने बेहतरीन गेंदबाजी की है. पिछले तीन मैचों में भारत ने अपने विरोधियों को 150 से कम स्कोर पर रोका है। स्वाभाविक रूप से, एक राय रही है कि यह विश्व कप में अब तक का सबसे अच्छा भारतीय गेंदबाजी आक्रमण है।
उसी बात करते हुए पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने कहा कि 2003 वनडे वर्ल्ड कप में भारत का आक्रमण आज के भारत के आक्रमण से बेहतर था। गांगुली ने कहा, "मैं यह नहीं कह सकता कि यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ भारतीय तेज आक्रमण है। 2003 विश्व कप में (आशीष) नेहरा, जहीर (खान) और (जवागल) श्रीनाथ ने भी शानदार गेंदबाजी की थी।"