पाकिस्तान सुपर लीग का सातवां संस्करण अब अपने अंतिम पड़ाव की ओर है। इस बीच टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को पीसीबी का सख्त बायो बबल प्रोटोकॉल अब भारी पड़ रहा है। इसका परिणाम ये हुआ कि इस्लामाबाद यूनाइटेड के एलेक्स हेल्स और क्वेटा ग्लैडिएटर्स के बेन डकेट टूर्नामेंट छोड़ चुके हैं।
वहीं विदेशी खिलाड़ियों के अलावा कई पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने भी बायो बबल प्रोटोकॉल को लेकर निराशा व्यक्त की है। खिलाड़ी होटल और स्टेडियम तक ही सीमित कर दिए गए हैं। परिवारों को भी खिलाड़ियों के साथ रहने की अनुमति नहीं है। खिलाड़ियों ने मैनेजमेंट से खुले वातावरण में कुछ और सुविधाएं उपलब्ध कराने को कहा हैं।
बोर्ड ने बनाए सख्त नियम
पीसीबी ने पाकिस्तान सुपर लीग के इस सीजन के लिए कुछ सख्त नियम बनाए हैं, क्योंकि कोविड -19 महामारी के कारण टूर्नामेंट के पिछले दो संस्करण स्थगित हो गए, जिससे बोर्ड को वित्तीय नुकसान का सामना करना पड़ा था। पीसीबी के मुताबिक कराची में पूरा होटल बुक किया गया था, जबकि लाहौर में होटल की एक अलग विंग पीएसएल के लिए रिजर्व है।
एक दैनिक उर्दू समाचार पत्र से मीडिया निदेशक समीउल हसन बर्नी ने बात करते हुए कहा कि इस तरह की योजना खिलाड़ियों को वायरस से सुरक्षित रखने और लीग की प्रतिष्ठा और अखंडता को उच्च रखने के लिए भी बनाई गई है। उन्होंने कहा, 'पीसीबी ने राष्ट्रीय उच्च प्रदर्शन केंद्र (एनएचपीसी) में खिलाड़ियों के लिए विभिन्न आउटडोर खेल की व्यवस्था की है। टीमों ने अपने खिलाड़ियों को बाहरी गतिविधियां मुहैया कराई हैं और पीसीबी भी इस संबंध में सुविधाओं के साथ उनकी मदद कर रहा है।
टूर्नामेंट दूसरे चरण में
बता दें कि पीएसएल का 2022 संस्करण 27 जनवरी को कराची में गत चैंपियन मुल्तान सुल्तान और कराची किंग्स के बीच मुकाबले के साथ शुरू हुआ। टूर्नामेंट अभी अपने दूसरे चरण में है, जिसमें क्वालीफायर, एलिमिनेटर और फाइनल को छोड़कर नौ और मैच खेले जाने बाकी हैं। सभी मैच कराची नेशनल स्टेडियम और गद्दाफी स्टेडियम लाहौर में खेले जा रहे हैं।
टूर्नामेंट में इस समय मुल्तान सुल्तान और लाहौर कलंदर की टीम अंकतालिका में शीर्ष पर हैं, जबकि इस्लामाबाद यूनाइटेड और पेशावर जाल्मी क्रमश: तीसरे और चौथे स्थान पर हैं। पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम की अगुआई वाली कराची किंग्स की हालत टूर्नामेंट में बहुत बुरी है और टीम सात में से सात मैच हार चुकी है।