पिछले दिनों पीसीबी अध्यक्ष रमीज राजा ने बयान दिया कि अगर भारत चाहे तो पाकिस्तान क्रिकेट समाप्त हो सकता है। इसके बाद अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बीसीसीआई पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि भारत पूरे विश्व क्रिकेट को नियंत्रित करता है। उन्होंने कहा कोई भी देश अब भारत के खिलाफ इस तरह का कदम नहीं उठ सकता, जैसा इंग्लैंड और न्यूजीलैंड ने पाकिस्तान के साथ किया। क्योंकि भारतीय क्रिकेट बोर्ड के पास काफी पैसा है।
टी20 विश्व कप से पहले न्यूजीलैंड और इंग्लैंड की टीम सीमित ओवरों की सीरीज के लिए पाकिस्तान का दौरा करने वाले थे। लेकिन दोनों देशों ने अपना दौरा रद्द कर दिया। न्यूजीलैंड ने दौरे से पीछे हटने का कारण सुरक्षा चिंताओं को बताया। वहीं ईसीबी ने दौरे से पीछे हटने का कारण खिलाड़ियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बताया। इसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट की हस्तियां और प्रशंसक एनजेडसी और ईसीबी से काफी नाराज थे।
पैसा अब एक बहुत बड़ा फैक्टर
पाक पीएम इमरान खान भी इससे अछूते नहीं थे। उन्होंने अब कहा है कि बीसीसीआई की वित्तीय शक्ति उन्हें विश्व क्रिकेट को नियंत्रित करने की अनुमति देती है। मिडिल ईस्ट आई के साथ बात करते हुए इमरान खान ने कहा कि इंग्लैंड ने खुद को नीचे गिरा दिया। मुझे लगता है कि इंग्लैंड यह समझता है कि पाकिस्तान जैसे देशों के साथ खेलकर वह बड़ा उपकार करता है और इसका कारण जाहिर तौर पर पैसा है।
उन्होंने कहा खिलाड़ियों के साथ-साथ क्रिकेट बोर्ड के लिए भी पैसा अब एक बहुत बड़ा फैक्टर है। भारतीय क्रिकेट में पैसा है और इसलिए भारत अब विश्व क्रिकेट को नियंत्रित करता है। मेरे कहने का मतलब है कि जो वो कहते हैं, वह होता है। कोई भी देश भारत के साथ ऐसा करने की हिम्मत नहीं कर सकता। वे जानते है भारत के साथ खेलने में उनका फायदा है, क्योंकि इसमें अधिक रकम शामिल है।
पीसीबी अध्यक्ष ने दिया था बयान
पिछले दिनों पीसीबी अध्यक्ष रमीज़ राजा ने भी इसी तर्ज पर एक बयान दिया था। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस दिन चाहें पीसीबी को बंद कर सकते हैं। रमीज राजा ने कहा था कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड आईसीसी फंडिंग के 50 प्रतिशत पर चलता है। आईसीसी को फंडिंग उनके सदस्य बोर्डों से मिलता है और आईसीसी की 90 प्रतिशत फंडिंग भारत से प्राप्त होती है। तो एक तरह से भारत के कारोबारी घराने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड चला रहे हैं। कल, अगर भारतीय प्रधानमंत्री यह फैसला करते हैं कि हम पाकिस्तान को अब और फंड नहीं देना चाहते हैं, तो पीसीबी बंद हो सकता है।