2020 में पाकिस्तानी क्रिकेट में उस समय तहलका मच गया जब यासिर शाह के खिलाफ एक नाबालिग लड़की का दुष्कर्म करने का आरोप लगाया गया। उन पर इस्लामाबाद के शालीमार पुलिस स्टेशन में दिसंबर 2020 में पीड़ित की आंटी ने एफआईआर दर्ज करवाई, जिसके मुताबिक शाह ने इस दुष्कर्म मामले में अपने दोस्त की मदद की थी। हालांकि, अब यासिर शाह को इस मामले में बड़ी राहत मिली है जिससे वो फिर क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे।
यासिर शाह दुष्कर्म मामले में साबित हुए निर्दोष
यासिर शाह के खिलाफ एक नाबालिग लड़की के कथित दुष्कर्म और उत्पीड़न के संबंध में एक मामले में पाकिस्तानी पीनल कोड की धारा 292-बी और 292-सी के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। लेकिन अब इस्लामाबाद पुलिस ने उन्हें इस मामले में निर्दोष घोषित कर दिया है, साथ ही बताया कि उनका नाम गलती से जोड़ दिया गया था।
पुलिस ने कहा, "यासिर शाह का कथित दुष्कर्म के मामले से कोई लेना-देना नहीं है।" संबंधित पुलिस स्टेशन द्वारा तैयार की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, "पीड़ित ने स्वीकार किया कि यासिर शाह का नाम गलत बयानी के कारण एफआईआर में शामिल किया गया था।" उपरोक्त घटना अगस्त 2020 में सामने आई थी जब शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि यासिर के दोस्त फरहान ने बंदूक की नोक पर नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म किया और इसमें शाह ने उसकी मदद की थी।
शिकायतकर्ता ने एफआईआर में आरोप लगाया, "जब मैंने व्हाट्सएप पर यासिर से संपर्क किया और उसे घटना के बारे में बताया, तो उसने मेरा मजाक उड़ाया और कहा कि उसे कम उम्र की लड़कियां पसंद हैं। यासिर ने कहा कि वह एक बहुत प्रभावशाली व्यक्ति है और वह एक उच्च पदस्थ अधिकारी को जानता है। यासिर शाह और फरहान वीडियो बनाते हैं और कम उम्र की लड़कियों से दुष्कर्म करते हैं।"
शाह ने इस मामले में अपना नाम सामने आने के बाद से अभी तक कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने कहा था कि, वे इसके बारे में तमाम जानकारी एकत्र कर रहे हैं और केवल तभी एक टिप्पणी की पेशकश करेंगे जब सभी तथ्यों से वाकिफ हों। हमने यह पाया है कि हमारे केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों में से एक के खिलाफ कुछ आरोप लगाए गए हैं।"