पाकिस्तान सुपर लीग 2022 के फाइनल में लाहौर कलंदर्स ने मुल्तान सुल्तान को 42 रनों से हराकर अपना पहला खिताब जीता। 2020 संस्करण में कराची किंग्स के खिलाफ पांच विकेट से हारने के बाद कलंदर्स की टीम दूसरी बार फाइनल में पहुची थी और इस बार उसने ट्रॉफी जीतने में चूक नहीं की। ट्रॉफी जीतने वाली कलंदर्स को 8 करोड़ पाकिस्तान रुपये और उपविजेता मुल्तान सुल्तान को 3.2 करोड़ पाकिस्तान रुपये की धनराशि प्रदान की गई।
पीएसएल का सातवां संस्करण पूरी तरह से पाकिस्तान में आयोजित किया गया था, जिसमें लाहौर और कराची में सभी 34 मैच खेले गए। एक महीने तक चले टूर्नामेंट के समाप्त होने के बाद अब यह बताया गया कि पीएसएल 2022 का मुनाफा बढ़कर 71 प्रतिशत हो गया, जो 2016 में स्थापना के बाद से टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे अधिक है। इसकी आधिकारिक जानकारी पीसीबी अध्यक्ष रमीज राजा ने दी।
पीएसएल-7 की सफलता पर गदगद हुए रमीज राजा
रमीज राजा ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि एचबीएल पाकिस्तान सुपर लीग का सातवां संस्करण एक अभूतपूर्व सफलता रही है और काफी हद तक इसका कारण है कि कराची और लाहौर दोनों स्थान पर अद्भुत भीड़ देखने को मिली। उन्होंने कहा, मैंने अपने प्रोफेशनल करियर में विशेष रूप से लाहौर में कभी भी इस तरह के उत्साह से भरे दर्शकों को नहीं देखा।
उन्होंने आगे कहा कि एचबीएल पीएसएल -7 का मुनाफा बढ़कर 71 प्रतिशत हो गया, जो टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे अधिक है। हर फ्रेंचाइजी ने 900 मिलियन पाकिस्तान रुपये के आसपास कमाई की है। अगले साल हम इस लीग को सभी फ्रेंचाइजी के घरेलू सरजमीं तक ले जाने और इसकी व्यापक स्तर पर प्रशंसकों तक पहुंचाने की इच्छा रखते हैं।
मुल्तान सुल्तान की टीम 138 रन पर सिमटी
फाइनल मुकाबले की बात करें तो लाहौर कलंदर्स ने मोहम्मद हफीज के 46 गेंदों पर 69 रनों की शानदार पारी की बदौलत निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट पर 180 रन का स्कोर खड़ा किया। जवाब में मुल्तान सुल्तान ने कप्तान रिजवान और शान मसूद के 36 रनों की ओपनिंग साझेदारी के रूप में दावेदारी पेश की। हालांकि पावरप्ले में दोनों बल्लेबाज जल्दी-जल्दी आउट हो गए।
शान मसूद का रन आउट होना मुल्तान के लिए महत्वपूर्ण मोड़ था, जिसके बाद टीम उबर नहीं पाई और नियमित अंतराल पर विकेट गिरने से रन रेट बढ़ता गया। टिम डेविड (27) और खुशदिल शाह (32) ने छठे विकेट के लिए 51 रन की साझेदारी के साथ कोशिश की, लेकिन मुल्तान सुल्तान की पूरी टीम तीन गेंद शेष रहते 138 रन पर सिमट गई।