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Mohammad Rizwan ( Image Credit: Twitter)
पाकिस्तानी विकेटकीपर-बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान को पिछले साल यूएई में हुए टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मैच से पहले आईसीयू में भर्ती कराया गया था। वह सीने में गंभीर संक्रमण से पीड़ित थे। हालांकि ठीक होने के बाद वह न सिर्फ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलें, बल्कि शानदार अर्धशतक भी बनाया। लेकिन इस मैच में पाकिस्तान को हार मिली।
इस बीच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के डॉक्टर नजीबुल्लाह सूमरो ने इसको लेकर एक सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि पिछले साल टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान मोहम्मद रिजवान को प्रतिबंधित दवाई दी गई थी। उन्होंने आगे कहा कि उस समय उनके पास इसके अलावा कोई विकल्प नहीं था।
तो इसलिए दी गई रिजवान को प्रतिबंधित दवाई
डॉ. नजीबुल्लाह सूमरो ने रिजवान के साथ एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया है। उन्होंने कहा, आपको सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और आपको राहत देने के लिए मुझे अंतरराष्ट्रीय बोर्ड से उस दवा के लिए परमिशन लेनी पड़ी। आमतौर पर यह एथलीटों के लिए प्रतिबंधित है, लेकिन उस समय हमारे पास कोई अन्य विकल्प नहीं था, इसलिए हमें उस दवा का इस्तेमाल करना पड़ा।
उन्होंने कहा, मेडियोर अस्पताल के विशेषज्ञ पल्मोनोलॉजिस्ट, साहिर साइनालाबदीन ने रिजवान का इलाज किया और वह रिजवान के रिकवरी से हैरान थे। मोहम्मद रिजवान का महत्वपूर्ण नॉकआउट मैच में अपने देश के लिए खेलने की तीव्र इच्छा थी। उन्होंने जिस रफ्तार से रिकवरी की, उससे मैं हैरान हूं। भर्ती के समय उनका दर्द 10/10 था। इसलिए, हमने स्थिति का निदान करने के लिए उनका विस्तृत मूल्यांकन किया।
बता दें कि उस समय विकेटकीपर-बल्लेबाज रिजवान न सिर्फ समय पर ठीक होकर लौटे, बल्कि उन्होंने नॉकआउट मुकाबले में एक शानदार पारी भी खेली। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का डटकर सामना किया और 52 गेंदों में 67 रन बनाए। हालांकि, दुर्भाग्य से उनकी पारी व्यर्थ गई और ऑस्ट्रेलिया ने उस मैच में पाकिस्तान को पांच विकेट से हराया।