कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच पीसीबी पाकिस्तान सुपर लीग को लेकर चिंतित है। चूंकि पाकिस्तान सुपर लीग का आगामी संस्करण 27 जनवरी से शुरू होने वाला है और ओमिक्रोन वेरिएंट इस लीग के लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकता है।
क्रिकेट पाकिस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक पीसीबी एक बार फिर बायो-सिक्योर बबल के लिए एक विदेशी कंपनी की सेवाओं के लिए सहमत हो गया है। पीसीबी पहले ही घोषणा कर चुका है कि लीग में भाग लेने वाले लोगों और खिलाड़ियों के लिए एक पूरा होटल बुक किया जाएगा। सुरक्षा को देखते हुए विदेशी खिलाड़ियों के पाकिस्तान पहुंचने पर लंबी अवधि के लिए खुद को आइसोलेट रखना पड़ सकता है।
इससे पहले पाकिस्तान सुपर लीग के पिछले दो सीजन को कोविड-19 महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया था। जबकि लीग के पांचवे संस्करण के प्लएऑफ को मार्च 2020 से नंवबर 2020 तक टालना पड़ा। वहीं छठे संस्करण का पहला हॉफ फरवरी-मार्च 2021 में आयोजित किया गया, जबकि दूसरा हॉफ जून 2021 में यूएई में आयोजित किया गया।
पीसीबी के पास कोई प्लान-बी नहीं
फ्रेंचाइजी के एक अधिकारी ने कहा कि अगर कोई बाधा आती है, तो पीसीबी के पास कोई आकस्मिक योजना नहीं है। इसके अलावा पीएसएल को यूएई में ले जाना हमेशा से बैक अप प्लान रहा है, लेकिन वहां भी कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में बोर्ड के सामने कड़ी चुनौती है। इसके अलावा पाकिस्तान में मामले देर से बढ़ रहे हैं।
कायद-ए-आज़म ट्रॉफी के दौरान खिलाड़ियों को कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते देखा गया था। वहीं पीएसएल में ऐसा होने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि प्रोटोकॉल अधिक सख्त होने जा रहे हैं। इसमें खिलाड़ियों, सहयोगी स्टाफ और फ्रेंचाइजी प्रतिनिधियों के साथ ग्राउंड स्टाफ भी बायो-बबल का हिस्सा होंगे।
पीसीबी और एनसीओसी ने शुरू में पीएसएल 7 मैचों के लिए पूरी क्षमता से दर्शकों को अनुमति देने पर सहमति जताई। चूंकि इस बार कोई प्लान बी नहीं है, इसलिए बोर्ड को यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि टूर्नामेंट सुचारू रूप से चले और यह पाकिस्तान में ही आयोजित की जाए। इस प्रकार पीएसएल का सातवां संस्करण कराची और लाहौर में होने जा रहा है। यह 27 जनवरी से 27 फरवरी तक होगा।