भारत के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर का मानना है कि आगामी टी-20 विश्व कप में ऑस्ट्रेलियाई पिच उस तरह की नहीं होगी, जिस पर लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल गेंदबाजी करना पसंद करेंगे। उनका यह भी मानना है कि बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव को टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम में हिस्सा लेना होगा। टी-20 वर्ल्ड कप की शुरुआत 16 अक्टूबर से ऑस्ट्रेलिया में होनी है।
मांजरेकर ने इस गेंदबाज को बताया विफल
मांजरेकर को लगता है कि ऑस्ट्रेलिया में चहल की कड़ी परीक्षा होगी। उनका मानना है कि इन पिचों पर उछाल बाएं हाथ के स्पिनर के लिए अधिक उपयुक्त हो सकता है। एक अन्य पहलू जिस पर पूर्व बल्लेबाज ने जोर दिया, वह था विश्व कप में हर मैच के बाद एक अलग टीम से खेलना, जिसका अर्थ है कि कुछ टीमों को गेंद के साथ यादव के भ्रामक स्वभाव से सामना करने में कठिनाई हो सकती है।
स्पोर्ट्स18 पर मांजरेकर ने कहा, "ऑस्ट्रेलिया में उन पिचों पर चहल की परीक्षा होगी। पिच उस तरह की नहीं होगी जो चहल पसंद करते हैं और इसलिए मेरा मानना है कि कुलदीप यादव को टीम का हिस्सा बनना होगा। दूसरी बात एक विश्व कप में है, आप हर मुकाबले में एक अलग टीम खेलते हैं, इसलिए ऐसी टीमें आएंगी जो कुलदीप यादव के धोखे के खिलाफ इतनी अच्छी नहीं होंगी।"
दोनों कलाई के स्पिनरों को ओमान और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में खेले गए टी-20 विश्व कप के पिछले संस्करण में टीम से बाहर कर दिया गया था। उनकी जगह स्पिनरों राहुल चाहर और वरुण चक्रवर्ती को टीम इंडिया में जगह मिली थी।
मांजरेकर को लगता है कि अगर पिचें टर्न देती हैं तो चहल निश्चित विकल्प होंगे। उन्होंने यह भी कहा, "अगर पिच ऑस्ट्रेलिया में बदल जाती है, तो चहल आपका गेंदबाज बन जाता है, लेकिन जैसा कि मैंने पहले कहा, एक सपाट उछाल वाली पिच ऐसी पिच नहीं है जिस पर चहल गेंदबाजी करना पसंद करेंगे, लेकिन उसके पास उसे लाने के लिए अन्य कारक हैं।"