आईपीएल के 15वें संस्करण के लिए मेगा नीलामी दिसंबर या जनवरी में होने की संभावना है, जिसके लिए अभी कोई आधिकारिक तारीख की घोषणा नहीं हुई है। वहीं इस मेगा नीलामी से पहले कई खिलाड़ी अपनी फ्रेंचाइजी द्वारा रिलीज किए जाने और नीलामी पूल में जाने के इच्छुक होंगे, क्योंकि अधिक से अधिक कमाई के अवसर को देख रहे होंगे। दो नई टीमें लखनऊ और अहमदाबाद के शामिल होने के बाद अब आईपीएल 10 टीमों का होगा
संभावना है कि मौजूदा फ्रेंचाइजी को अधिकतम चार खिलाड़ियों को रिटेन करने की इजाजत मिलेगी, जबकि दो नई आईपीएल टीमों को प्लेयर ड्राफ्ट सिस्टम के तहत तीन खिलाड़ियों को रखने की अनुमति होगी। इससे पहले यह ड्रॉफ्ट सिस्टम 2016 में प्रयोग किया गया था, जब 2013 में चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के निलंबन के बाद राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स और गुजरात लायंस को शामिल किया गया था।
दो नई टीमें ड्राफ्ट सिस्टम के तहत खिलाड़ियों को चुनेंगे
बीसीसीआई ने मौजूदा फ्रेंचाइजी को अनौपचारिक रूप से यह सूचित कर दिया कि वे या तो 3 भारतीय खिलाड़ियों, एक विदेशी व दो भारतीय खिलाड़ी और इतने ही विदेशी खिलाड़ियों को रिटेन कर सकते हैं। इसके अलावा राइट-टू-मैच कार्ड के लिए होने वाले निलामी में कोई प्रावधान नहीं होगा।
मौजूदा आठ आईपीएल फ्रेंचाइजी एक बार यह सुनिश्चित कर लें कि वे किन खिलाड़ियों को रिटेन करेंगे और दूसरे खिलाड़ियों को रिलीज करेंगे तो इसके बाद दो नई टीमें खिलाड़ियों के ड्राफ्ट सिस्टम के तहत तीन खिलाड़ियों को चुनेंगे। इसमें अधिक संभावना दो भारतीय और एक विदेश खिलाड़ी का कॉम्बिनेशन माना जा रहा है।
बीसीसीआई कर रहा विचार
हालांकि बीसीसीआई इस पर विचार कर रहा है कि इन खिलाड़ियों में से प्रत्येक के लिए रिटेंशन की कीमत क्या होगी। इसके साथ ही खिलाड़ी के पास व्यक्तिगत रूप से यह अधिकार होगा कि वे रिटेन होना चाहते हैं या नीलामी के लिए पूल में जाना चाहते हैं, जिसकी सहमति हस्ताक्षर करने से पहले ली जाएगी।
बीसीसीआई ने भी अभी तक यह तय नहीं किया है कि एक फ्रेंचाइज़ी प्रत्येक रिटेन किए गए खिलाड़ी पर कितनी राशि खर्च कर सकता है। 2018 की मेगा-नीलामी के दौरान प्रत्येक टीम के पास 80 करोड़ रुपये थे, जिसमें अधिकतम 33 करोड़ की राशि खिलाड़ियों पर खर्च होना था।
इस बीच 2022 संस्करण से पहले होने वाले मेगा नीलामी को देखते हुए कई खिलाड़ी अपनी फ्रेंचाइजी द्वारा रिलीज किए जाने के इच्छुक होंगे, क्योंकि अधिक से अधिक कमाई के अवसर को देख रहे होंगे। इस नीलामी में प्रत्येक टीम के लिए नीलामी पर्स 90 करोड़ रुपये होने की संभावना है।