साउथ अफ्रीका के विकेटकीपर-बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक ने वनडे क्रिकेट को लेकर बात छेड़ दी है। उन्होंने कहा है कि मुख्य क्रिकेटरों के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार सभी फॉर्मेट में खेलना मुश्किल होता जा रहा है। बता दें कि डी कॉक ने पिछले साल सितंबर में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर सिर्फ लिमिटेड ओवर्स की सीरीज में खेल रहे हैं।
इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने हाल ही में वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान किया जिसके बाद लोगों के बीच यह चिंता का विषय बन गया है। स्टोक्स ने अपना अहम योगदान देकर इंग्लैंड को साल 2019 वर्ल्ड कप जिताया था। स्टोक्स जैसे खिलाड़ी ने वर्कलोड और शारीरिक समस्याओं का हवाला देकर वनडे क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है।
खिलाड़ियों को व्यक्तिगत रूप से निर्णय लेने की जरूरत है: क्विंटन डी कॉक
साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच वनडे मैचों की सीरीज चल रही थी जिसमें दोनों टीमें 1-1 से सीरीज में बराबरी पर थी। लेकिन आखरी वनडे मैच बारिश के कारण रद्द कर दिया गया। वनडे सीरीज के खत्म होने पर डी कॉक ने रिपोर्टर से बात करते हुए कहा कि, "खिलाड़ियों के लिए यह मुश्किल होते जा रहा है। तीनों फॉर्मेट में बहुत मैच रहते हैं और आपके लिए पूरा कैलेंडर भरा रहता है। आपको दूसरे चीज करने के लिए समय नहीं मिल पाता। "
उन्होंने आगे कहा कि, "खिलाड़ियों को व्यक्तिगत रूप से निर्णय लेने की जरूरत है और अगर उन्हें लगता है कि वे टेस्ट, वनडे और टी-20 मैचों में खेल सकते हैं तो मैं उनके लिए खुश हूं। लेकिन लोगों को अपने हाथों में निर्णय लेने की जरूरत है। मेरी बात करूं तो मैं जहां पर हूँ वहाँ खुश हूं।"
परिवार के कारण क्विंटन डी कॉक ने छोड़ा था टेस्ट क्रिकेट
क्विंटन डी कॉक ने भी अपने पहले बच्चे के जन्म से ठीक पहले अपने टेस्ट करियर से संन्यास लेने का फैसला किया था। उन्होंने 54 टेस्ट खेले हैं जिसमें 38.82 के औसत और 70.94 के स्ट्राइक रेट से छह शतक और 22 अर्धशतक लगाकर 3300 रन बनाए हैं। डी कॉक ने लिमिटेड ओवर सीरीज में लंबा खेलने के लिए और अपने परिवार को समय देने के लिए टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया था।