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रमीज राजा बोले- महिला क्रिकेट को लेकर अफगानिस्तान पर डाला जाएगा दबाव

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रमीज राजा का कहना है कि अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर महिला क्रिकेट का समर्थन करने के लिए दबाव डाला जाएगा।

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Justin Joseph
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Ramiz Raja (Source: Twitter)

Ramiz Raja (Source: Twitter)

अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से वहां महिलाओं के खेलने की इजाजत नहीं है। हालांकि अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड महिलाओं की क्रिकेट में भागीदारी को लेकर विचार कर रही है। इस बीच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रमीज राजा का कहना है कि अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर महिला क्रिकेट का समर्थन करने के लिए दबाव डाला जाएगा।

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चूंकि अफगानिस्तान आईसीसी के 12 पू्र्ण सदस्यों में से एक सदस्य है, इसलिए अफगानिस्तान पुरुष टीम टेस्ट क्रिकेट खेल सकती है। हालांकि, टेस्ट खेलने वाले देशों के लिए महिला टीम का होना भी जरूरी है। लेकिन अफगानिस्तान का तालिबान शासन महिलाओं को खेलने की इजाजत नहीं देता है। ऑस्ट्रेलिया ने भी इसी कारण से अफगानिस्तान पुरुष टीम के खिलाफ 27 नवंबर को होने वाले टेस्ट मैच को रद्द कर दिया था।

अफगानिस्तान में क्रिकेट गतिविधियों पर कड़ी नजर

अब चूंकि रमीज राजा अफगानिस्तान में खेल की स्थिति की समीक्षा करने वाले आईसीसी के कार्यकारी समूह का हिस्सा हैं, इसलिए अफगानिस्तान में क्रिकेट गतिविधियों पर उनकी कड़ी नजर है। अफगानिस्तान में महिला क्रिकेट की संभावनाओं के बारे में बोलते हुए रमीज राजा ने कहा कि एसीबी को समय की जरूरत है, लेकिन संकेत दिया कि उन्हें अंततः महिला क्रिकेट को समर्थन करने की जरूरत होगी।

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रमीज ने कहा कि 'हर किसी की तरह हम उन्हें समय दे रहे हैं। वे मुश्किल स्थिति में हैं। अफगानिस्तान के लिए अभी जवाब देना मुश्किल है। अफगानिस्तान पर दबाव बनाया जाएगा। मुझे यकीन है कि उन्हें अगले छह महीनों में तय करना होगा कि वे आईसीसी के साथ कैसे व्यवहार करते हैं।'

आईसीसी अभी इंतजार कर सकता है

बीबीसी ने इस साल सितंबर में बताया कि अफगानिस्तान में महिला टीम काबुल में छिपी हुई थी, क्योंकि तालिबान सदस्य उनको खोज रहे थे। इस मामले पर रमीज राजा ने कहा कि आईसीसी अभी इंतजार कर सकता है और अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के दृष्टिकोण पर नजर रख सकता है।

उन्होंने कहा 'अफगानिस्तान में चीजें अभी भी चलने की स्थिति में हैं। रुको और देखो दुनिया की नीति है और यही आईसीसी की नीति है। यह तय किया गया था कि अफगानिस्तान क्रिकेट प्रतिभा को बिल्कुल भी चोट नहीं पहुंचानी चाहिए, क्योंकि उनके पास कुछ शानदार खिलाड़ी हैं, इसलिए उनकी सारी फंडिंग जारी रहेगी। उन्होंने कहा हालांकि उन पर और अधिक नजर रहेगी कि वे उस पैसे को कैसे खर्च करते हैं।

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