भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल टी20 विश्व कप के बाद खत्म हो जाएगा और पिछले दिनों खबर आई थी कि वे अब आगे टीम का कोच नहीं रहना चाहते हैं। इस बीच एक इंटरव्यू में रवि शास्त्री ने इंडियन क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के पद से हटने के संकेत दिए हैं।
2017 में रवि शास्त्री को भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया था और कप्तान विराट कोहली के साथ वे भारतीय टीम को नई ऊंचाईयों पर ले गए। रवि शास्त्री ने भारत को द्विपक्षीय सीरीज में जीत के लिए टीम को प्रशिक्षित किया, लेकिन भारत उनके अब तक के कार्यकाल में एक भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत सकी है। भारत का यूएई वर्ल्ड कप जीतना निश्चित रूप से उनके कार्यकाल के लिए सुनहरा अवसर होगा।
विश्व कप जीतना सोने पर सुहागा
शास्त्री ने एक इंटरव्यू में कहा कि अगर हम विश्व कप जीतते हैं तो यह सोने पर सुहागा होगा। 2018-19 में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती। टीम ने 2020-21 में भी यही कारनामा दोहराया। अपने पिछले दौरे पर भारतीय टीम इंजरी की समस्याओं से जूझ रही थी और पिछले चार मैचों में कप्तान विराट कोहली नहीं थे, फिर भी भारत ने सीरीज 2-1 से जीती।
चार दशक के क्रिकेट में सबसे ज्यादा संतुष्टी वाला पल
शास्त्री ने कहा कि इस साल की शुरुआत में भारतीय टीम ने लॉर्ड्स और केनिंग्टन ओवल में जीत के बाद इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 की अजेय बढ़त बनाई। शास्त्री ने कहा कि जीत उनके और भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत मायने रखती है। खासकर पिछले डेढ़ साल में ऑस्ट्रेलिया को हराना और कोविड के वक्त में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में बढ़त, यह चार दशक के क्रिकेट में मेरे लिए सबसे ज्यादा संतुष्टी वाला पल है।
2017 में बने भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच
बता दें कि रवि शास्त्री 2017 में अनिल कुंबले के अपने पद से इस्तीफा देने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य कोच बने। इससे पहले उन्होंने भारतीय टीम के निदेशक के रूप में भी काम किया है। रवि शास्त्री ने बतौर क्रिकेटर और कमेंटेटर के रूप में भी नाम कमाया है।