इंडियन टी-20 लीग के 15वें संस्करण में चेन्नई टीम की शुरुआत एक भयानक सपने की तरह हुई है। उसे लगातार तीन मैचों में तीन हार का सामना करना पड़ा है। इस बीच चेन्नई के नए कप्तान रवींद्र जडेजा ने महेंद्र सिंह धोनी के अमूल्य सलाह के लिए उनकी प्रशंसा की है।
एमएस धोनी 2008 से इंडियन टी-20 लीग फ्रेंचाइजी का हिस्सा हैं और उनके नेतृत्व में ही चेन्नई ने चार बार ट्रॉफी जीता है। हालांकि इस साल टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले उन्होंने टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया। इसके बावजूद धोनी का अनुभव हमेशा टीम के काम आया। यह देखने को भी मिला, जब लखनऊ के खिलाफ जडेजा बाउंड्री पर फिल्डिंग कर रहे थे तो धोनी फील्ड सेटिंग और गेंदबाजी सलाह दे रहे थे।
रवींद्र जडेजा ने कहा कि वह डीप मिड-विकेट क्षेत्र में फील्डिंग कर रहे थे, क्यों कि यह हाई स्कोरिंग मुकाबला था और बाउंड्री पर एक अच्छे फील्डर की जरूरत थी। उन्होंने सलाह के लिए मैदान में धोनी की मौजूदगी की प्रशंसा की और कहा कि चेन्नई उन्हें टीम में पाकर भाग्यशाली है।
'हम एक जीत की तलाश कर रहे हैं'
जडेजा ने कहा, नहीं, लखनऊ के खिलाफ एक हाई स्कोरिंग मैच था, इसलिए डीप मिडविकेट पर कैच की संभावना थी और सोच थी कि यह बेहतर होगा कि वहां एक अच्छा फील्डर होना चाहिए। इसलिए, मैं गेंदबाजों के साथ ज्यादा बातचीत नहीं कर पा रहा था। लेकिन माही भाई इनपुट देते हैं, यह अच्छा है। वह इतने अनुभवी हैं, इसलिए हमें सलाह के लिए कहीं और देखने की जरूरत नहीं है।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जडेजा ने कहा कि धोनी एक महान खिलाड़ी हैं और इतने सालों से कप्तानी कर रहे हैं। वह हमारे साथ हैं और इसलिए हम उनकी सलाह के लिए भाग्यशाली हैं। उन्होंने आगे कहा, मैं कप्तानी के लिए तैयारी कर रहा था, जब से पिछले महीने मुझे बताया गया था। मानसिक रूप से मैं नेतृत्व के लिए तैयार था। मुझ पर कोई दबाव नहीं था।
उन्होंने कहा कि टी-20 क्रिकेट में गति हासिल करने के लिए केवल एक मैच की जरूरत होती है और फिर जीत का सिलसिला शुरू होता है। जडेजा ने कहा, हम एक जीत की तलाश कर रहे हैं। एक बार जीत हासिल करने पर, हर कोई टीम में अनुभवी है और अपनी भूमिका जानता है। हम लय में आने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।