ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को तीसरे एशेज टेस्ट में पारी और 14 रनों से हरा दिया। इसके साथ ही इंग्लैंड एशेज सीरीज 0-3 से गंवा बैठी। इंग्लैंड ने आखिरी बार 2010-11 के दौरे के दौरान ऑस्ट्रेलिया में एक टेस्ट जीता था। उसके बाद से इंग्लैंड ने एक भी टेस्ट मैच नहीं जीता है। इस एशेज सीरीज में जिस तरह से इंग्लैंड का प्रदर्शन रहा है, उसके लिए वापसी करना वाकई मुश्किल होगा।
तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 68 रन बना सकी और उसके केवल दो बल्लेबाज दहाई के स्कोर तक पहुंच पाये थे। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के लिए डेब्यू करने वाले स्कॉट बोलैंड ने शानदार गेंदबाजी करते हुए दूसरी पारी में सिर्फ चार ओवर में सात रन देकर 6 विकेट लिए।
रिकी पोंटिंग ने की इंग्लैंड टीम की आलोचना
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और कमेंटेटर रिकी पोंटिंग ने इस दौरे पर इंग्लैंड टीम के खेलने के तरीके की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड ने पहले टेस्ट में सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग 11 का चयन नहीं किया और अगले दो टेस्ट मैचों में भी गलती करना जारी रखा।
इंग्लैंड ने पहले टेस्ट में जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे अनुभवी गेंदबाजों को ड्रॉप कर दिया और दूसरे टेस्ट में उन दोनों को जैक लीच और मार्क वुड की जगह लाया गया। तीसरे टेस्ट में वुड और लीच ने फिर से प्लेइंग 11 में जगह बनाई, जबकि ब्रॉड की अनदेखी की गई।
रिकी पोंटिंग ने कहा, 'इंग्लैंड ने ब्रिस्बेन के लिए सर्वश्रेष्ठ चयन के बारे में नहीं सोचा। इसके बाद एडिलेड और फिर एमसीजी में वो गलतिया जारी रही। शुरू से ही अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम चुनें और फिर देखें कि वह आपको कितनी दूर ले जा सकते हैं। तथ्य यह है कि एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड ब्रिस्बेन में नहीं खेले, जो चौंकाने वाला रहा।'
इसके साथ ही रिकी पोंटिंग ने जो रूट की कप्तानी की भी आलोचना की। उन्होंने ब्रिस्बेन में पहले बल्लेबाजी करने के जो रूट के फैसले को भी पसंदीदा नहीं कहा। पोंटिंग ने कहा, ' बात यह है कि जो रूट ने ब्रिस्बेन में पहले गेंदबाजी नहीं की, वह चौंकाने वाला था। मार्क वुड का एडिलेड में नहीं खेलना चौंकाने वाला था। वह ब्रिस्बेन में सबसे संभावित गेंदबाजों में से एक लग रहे थे। उनकी सारी योजनाए पूरी तरह से गलत साबित हुई।'