अलीगढ़ के दो कमरों के मकान से निकलकर क्रिकेट की दुनिया में नाम कमाने वाले रिंकू सिंह का सफर शुरुआत में बहुत मुश्किलों से भरा था। बेहद गरीब परिवार से आने वाले रिंकू सिंह के लिए इस मुकाम पर पहुंचना आसान न था। रिंकू के पिता अलीगढ़ में एक गैस एजेंसी में सिलेंडर बांटने का काम करते थे। पांच बच्चों में से तीसरे नंबर के रिंकू का पूरा परिवार पिता के उसी काम के पैसों से चलता था। शुरुआती दिनों में रिंकू को पैसों की तंगी की वजह से पोछा मारने तक का काम करना पड़ा था।
9 अप्रैल को गुजरात के खिलाफ लगातार 5 छक्के लगाकर कोलकाता को हारा हुआ मैच जिताकर सुर्खियों में आने वाले रिंकू सिंह के लिए आईपीएल की शुरुआत 2016 में पंजाब किंग्स से हुई थी। उसी साल रिंकू ने उतरप्रदेश के लिए रणजी टूर्नामेंट में डेब्यू किया था। 2018 में रिंकू को 80 लाख में कोलकाता ने खरीदा था।
आईपीएल में मिले शुरुआती पैसों से रिंकू ने घर का कर्जा उतारकर, परिवार के लिए घर खरीदा था। रिंकू बताते हैं कि, 'जब मैंने क्रिकेट शुरु किया था, तब हमारी माली हालत अच्छी नहीं थी, मैं बहुत बार पैसों की तंगी की वजह से क्रिकेट मैच नहीं खेल पाया था। पिता जी मेरे क्रिकेट खेलने से बहुत गुस्सा रहते थे और कई बार पिटाई तक कर दी थी।'
लाखों रुपये खर्च कर बनवा रहें हैं युवाओं के लिए हॉस्टल
अपने शुरुआती दिनों में पैसों की तंगी से गुजरने वाले रिंकू सिंह ने गरीबी को बहुत करीब से देखा है। रिंकू अब चाहते हैं कि अलीगढ़ से आने वाले किसी युवा को उन हालातों का सामना नहीं करना पड़े, इसलिए रिंकू सिंह ने अलीगढ़ में एक हॉस्टल बनवाया है। जहां पर रहकर युवा क्रिकेटर खेल पर ध्यान दे सके। इस हॉस्टल का काम लगभग तीन महीने पहले शुरू हुआ था, रिंकू ने कोलकाता टीम में जुडने से पहले पूरे काम को करीब से देखा था।
रिंकू के बनवाए इस हॉस्टल में 14 कमरे होंगे और प्रत्येक में चार बच्चे रह सकते हैं। हॉस्टल में रहने वाले युवाओं के लिए अलग-अलग शौचालय भी बन रहे हैं। हॉस्टल में युवाओं के लिए कैंटीन भी होगी जहां वो भोजन कर सकेंगे। हॉस्टल के पूरे निर्माण में करीब 50 लाख रुपये खर्च होंगे, जो रिंकू सिंह वहन कर रहे हैं। हॉस्टल का उद्घाटन रिंकू सिंह अगले महीने आईपीएल खत्म होते ही करेंगे।