राजस्थान के खिलाफ नो बॉल विवाद में दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत, गेंदबाद शार्दुल ठाकुर और सहायक कोच प्रवीण आमरे पर जुर्माना लगाया गया है। दिल्ली पारी के आखिरी ओवर में ऑबेद मैककॉय की एक हाई फुल टास गेंद को अंपायर ने नो बॉल नहीं दिया, जिसके बाद डगआउट में बैठे कप्तान पंत ने अंपायर के फैसले का कड़ा विरोध किया।
पंत ने अंपायर के फैसले को लेकर प्रवीण आमरे को मैदान पर भेज दिया। इस विवाद के दौरान खेल कुछ समय के लिए रुका हुआ था। हालांकि मैच में दिल्ली को 15 रनों से हार मिली। इंडियन टी-20 लीग के अधिकारियों ने इस घटना का संज्ञान लिया और मामले में फैसला सुनाया।
आचार संहिता उल्लंघन के दोषी पाए जाने पर लगा जुर्माना
इंडियन टी-20 लीग के आचार संहिता का उल्लंघन करने पर जहां दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत पर मैच फीस का 100 फीसदी जुर्माना लगाया गया। वहीं तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर पर मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया। जबकि कोच प्रवीण आमरे पर एक मैच के लिए बैन लगा दिया गया है।
इस बीच मैच के बाद पंत ने स्वीकार किया कि उनके एक्शन को सही नहीं ठहराया गया, लेकिन यह भी कहा कि अंपायर के गलत फैसले के कारण निर्णय दिल्ली के खिलाफ गया।
मैच के बाद पंत ने कहा- जो हुआ सही नहीं हुआ
उन्होंने कहा, डगआउट में हर कोई निराश था कि यह करीब भी नहीं था। मैदान में सभी ने देखा, मुझे लगता है कि तीसरे अंपायर को हस्तक्षेप करना चाहिए था और कहा कि यह एक नो-बॉल थी। निश्चित रूप से कोच आमरे को मैदान पर भेजना सही नहीं था, लेकिन हमारे साथ जो हुआ वह भी सही नहीं है।
मैच की बात करें तो दिल्ली ने टॉस जीतकर राजस्थान को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। राजस्थान ने जोस बटलर के शतक की मदद से निर्धारित 20 ओवर 222 रन बनाए। इसके जवाब में दिल्ली ने जबरदस्त टक्कर दी, लेकिन टीम 20 ओर में 207 रन ही बना सकी।