ऋषभ पंत पिछले कुछ सालों से भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख खिलाड़ी हैं। उन्होंने विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में एमएस धोनी की कमी को दूर करते हुए रास्ता बनाया। इस बीच ऋषभ पंत ने क्रिकेट में विकेटकीपिंग करने के पीछे की वजह बताई है और कहा कि वह अपने पिता से प्रेरित थे।
पंत ने इंडियन टी-20 लीग में दिल्ली टीम की कप्तानी की है और अपने नेतृत्व से प्रभावित किया है। वह 9 जून से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू होने वाली टी-20 सीरीज में खेलते हुए दिखाई देंगे। इस सीरीज में उन्हें उप-कप्तान की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
उन्होंने एसजी पॉडकास्ट पर कहा कि मुझे नहीं पता कि मेरी विकेटकीपिंग बेहतर हुई है या नहीं, लेकिन मैं हर दिन अपना 100 प्रतिशत देने की कोशिश कर रहा हूं। मैं शुरू से ही विकेटकीपर-बल्लेबाज था। मैंने एक बच्चे के रूप में विकेटकीपिंग करना शुरू कर दिया था, क्योंकि मेरे पिता भी एक विकेटकीपर थे। इस तरह यह सब शुरू हुआ।
सफल विकेटकीपर बनने के लिए पंत ने दिए टिप्ट
पंत ने एक सफल विकेटकीपर बनने के लिए टिप्स शेयर करते हुए कहा कि अगर आपको एक अच्छा विकेटकीपर बनना है तो आपको खुद को चुस्त रखने की जरूरत है। काफी फुर्तीला होने से यह आपकी मदद करेगा। दूसरी बात यह है कि गेंद को अंत तक देखते रहना है। कभी-कभी ऐसा लगता है कि गेंद आ रही है, इसलिए हम निश्चिंत रहते हैं, लेकिन आपको इसे तब तक देखते रहना चाहिए जब तक आप इसे पकड़ नहीं लेते। अनुशासित रहें और तकनीक पर काम करें।
ऋषभ पंत अब सभी प्रारूपों में भारतीय टीम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और जब से टीमों ने कोरोना महामारी के बीच खेलना शुरू किया है, तब से वह भारत की लगभग सभी सीरीज का हिस्सा रहे हैं। पंत ने हाल ही में समाप्त हुए इंडियन टी-20 लीग 2022 में दिल्ली का नेतृत्व किया। टीम की शुरुआत अच्छी रही, लेकिन आखिरी में वह प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रही।