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भारतीय टीम हाल में समाप्त हुई 20-20 वर्ल्ड कप 2022 के सेमीफाइनल में इंग्लैंड से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई और एक बार फिर से उसका ट्रॉफी जीतने का सपना टूट गया। इसके बाद भारतीय क्रिकेटर्स फैन्स के निशाने पर आ गए और उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। कुछ फैन्स ने इंडियन टी-20 लीग पर दोष मढ़ते हुए सवाल भी उठाए।
भले ही इंडियन टी-20 लीग देश के प्रमुख टूर्नामेंट में से हैं। लेकिन देखा गया है कि हाल के दिनों में कई विशेषज्ञों ने टूर्नामेंट में खेलने और राष्ट्रीय टीम में न खेलने पर खिलाड़ियों की आलोचना की है। इस लिस्ट में रोहित शर्मा के बचपन के कोच दिनेश लाड का नाम शामिल हो गया है। उन्होंने इस लीग को प्राथमिकता देने के लिए खिलाड़ियों को जमकर खरी खोटी सुनाई है।
जानिए रोहित शर्मा के बचपन के कोच ने क्या कहा
उन्होंने कहा कि, 'मुझे लगता है कि शायद पिछले सात-आठ महीनों में हमारी टीम स्थिर नहीं रही। अगर हम वर्ल्ड कप जैसे टूर्नामेंट की तैयारी कर रहे हैं तो एक स्थिर टीम होनी चाहिए। पिछले सात महीनों में देखिए कोई भी पारी की शुरुआत करने आ रहा है, कोई भी गेंदबाजी करने आ रहा है, कोई स्थिरता ही नहीं है।'
वे आगे कहते हैं, 'मुझे ऐसा नहीं लगता (वर्कलोड मैनेजमेंट पर) दुनिया में हर कोई खेल रहा है, क्योंकि वे पेशेवर हैं, आप कह सकते हैं कि काम का बोझ नहीं है। वे इंडियन टी-20 लीग को क्यों खेल रहे हैं? वर्ल्ड कप जीतना है तो इंडियन टी-20 लीग मत खेलो।'
उन्होंने कहा, 'पेशेवर रूप से खिलाड़ियों को हर खेल (अंतरराष्ट्रीय स्तर पर) खेलना चाहिए, क्योंकि उससे काफी कुछ मिल रहा है। यह कोई नौकरी नहीं है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोई समझौता नहीं होना चाहिए।'
हालांकि, दिनेश लाड ने ये भी कहा कि वह कैसे खिलाड़ियों को अपने अनुबंध रद्द करने को बोल सकते हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के महत्व को बताया।