रोहित शर्मा (Rohit Sharma): भारतीय टीम फिलहाल न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज खेलने में व्यस्त है। फिर टीम इंडिया न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 मैचों की टी-20 श्रृंखला खेलेगी। इन सबके बाद भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगा जिसे बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के नाम से भी जाना जाता है।
ऑस्ट्रेलिया ने इस सीरीज के लिए अपनी टीम का ऐलान कर दिया है तो वहीं, भारत ने अभी तक केवल पहले 2 मैचों के लिए टीम का ऐलान किया है। दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला 9 फरवरी से खेला जाएगा। आपको बता दें कि टेस्ट सीरीज के बाद दोनों टीमें 3 मैचों की वनडे सीरीज के लिए आपस में भिड़ेंगे।
भारत के लिए यह सीरीज जीतना बेहद जरूरी
भारत को यह सीरीज जीतना बेहद ही जरूरी हैं क्योंकि भारत इस जीत के साथ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बना लेगा। ऐसा अनुमान है कि ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच ही फाइनल मुकाबला खेला जाएगा।
बता दें कि भारत ने साल 2012 से एक भी घरेलू टेस्ट सीरीज नहीं हारी है, ऐसे में सब जरूर चाहेंगे की यह स्ट्रीक टूटनी नहीं चाहिए। ऐसे में भारत इस सीरीज को जीतने वाली पसंदीदा टीम है लेकिन उन्हें नहीं भूलना चाहिए की उनके विरोधी ऑस्ट्रेलिया है।
कुल मिलाकर यह बेहद महत्वपूर्ण श्रृंखला है जिसे भारत गंवाना बर्दाश्त नहीं कर सकता। काफी कुछ दांव पर लगा है। अगर भारत यह सीरीज हारता है तो इसका सीधे असर रोहित शर्मा के करियर पर पड़ेगा जो खत्म होने के कागार पर आ जाएगी।
आइए देखें वह 4 कारण की क्यों सीरीज हारने पर खत्म हो जाएगा रोहित शर्मा (Rohit Sharma) का करियर
# (Rohit Sharma) भारत की इज्जत है दांव पर
घरेलू टेस्ट में भारत का दबदबा सभी को पता है। अगर ऑस्ट्रेलिया भारत को रोहित के नेतृत्व में हरा देती है, तो उन्हें उस कप्तान के रूप में याद किया जाएगा जिसने भारत की लंबी अजेय स्ट्रीक को खत्म कर दिया। यह उनकी करियर पर एक काला धब्बा बनकर रह जाएगा जिससे उन्हें एक बड़ा नुकसान होगा। इसके साथ ही फैंस का बाहरी दबाव इंडियन क्रिकेट बोर्ड को कुछ गंभीर कदम उठाने के लिए मजबूर कर सकता है, जिसमें उनकी बर्खास्तगी भी शामिल है।
# टेस्ट क्रिकेट से कहेंगे रोहित शर्मा (Rohit Sharma)अलविदा
रोहित शर्मा इस साल अपना 36वां बर्थडे मनाने वाले हैं। अगर भारत ऑस्ट्रेलिया को हराने में नाकाम रहता है, तो टीम का WTC फाइनल खेलने का सपना चूर-चूर हो जाएगा। यहां तक कि अगर इंडियन क्रिकेट बोर्ड उनके साथ बने रहने का फैसला करता है, तो उन्हें अपने व्हाइट बॉल क्रिकेट को अपना करियर चुनना पड़ेगा। इसका मतलब वह टेस्ट क्रिकेट से खुद को अलविदा कहने का फैसला कर सकते हैं।
# रोहित (Rohit Sharma) का लगातार चोटिल होना
टेस्ट क्रिकेट ऐसा फॉर्मेट है जो खिलाड़ी से अधिक फिज़िकल ऐक्टिविटी माँगता है, और कभी-कभी ज्यादा क्रिकेट से खिलाड़ियों के शरीर पर भारी असर पड़ता है। रोहित शर्मा के शरीर पर बढ़ती उम्र ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। पिछले 12 महीनों में उन्होंने विभिन्न चोटों के कारण कई महत्वपूर्ण मैच गंवाए हैं।
यह एक और कारण है कि अगर भारत ऑस्ट्रेलिया से हार जाता है, तो रोहित को अपने टेस्ट करियर पर फैसला लेने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।