पिछले कुछ हफ्तों में कई पूर्व खिलाड़ियों ने वनडे मैचों की आलोचना करते हुए इस फॉर्मेट के भविष्य पर अपनी चिंता जताई है। इसी बीच पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने भी कहा कि वनडे क्रिकेट को बस खींचा जा रहा है और यह खत्म होने के कगार पर है।
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट ने इसपर कहा कि वनडे और टी-20 के बीच सिर्फ एक अंतर यह है कि टी-20 की दुनिया भर में लीग हैं और इस क्रिकेट में अधिक पैसा है। बट, अकरम की राय का सम्मान करते हैं, लेकिन उन्होंने याद दिलाया कि पूर्व तेज गेंदबाज अकरम के पास वनडे क्रिकेट में 500 से अधिक विकेट हैं। उन्होंने वर्ल्ड कप में जो दो गेंद डाली थी उसके बारे में भी बात की और कहा कि आप टी-20 में इस तरह की गेंदबाजी नहीं देखेंगे।
पैसे के लिए खिलाड़ी टी-20 क्रिकेट पर ज्यादा ध्यान देते हैं
बट का मानना है कि खिलाड़ी टी-20 को इसलिए छोड़ना नहीं चाहते क्योंकि इस लीग में ज्यादा पैसा है। उन्हें लगता है कि अगर किसी खिलाड़ी को व्यस्त कार्यक्रम के कारण थकावट का सामना करना पड़ रहा है, तो वे वनडे मैचों से बाहर हो जाएंगे क्योंकि टी-20 और टेस्ट क्रिकेट में वह अधिक पैसा कमाते हैं। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान का यह भी मानना है कि वनडे फॉर्मेट क्रिकेट का एक "पिलर" और वह कभी भी इसे खत्म नहीं करना चाहेंगे।
बट ने अपने यूट्यूब चैनल पर कही ये बात
उन्होंने कहा कि, "वनडे मैचों में बड़े टूर्नामेंट होते हैं लेकिन इसमें कोई लीग नहीं होती है। इसलिए, यदि कोई खिलाड़ी व्यस्त कार्यक्रम के कारण थकावट का सामना कर रहा है, तो वह वनडे मैचों से संन्यास लेना पसंद करते हैं। उनके पास टी-20 और टेस्ट में पैसा कमाने का अच्छा मौका रहता है।"
उन्होंने आगे कहा कि, "वसीम भाई हमारे लीजेंड हैं। हम कौन होते हैं उनसे कुछ कहने वाले। मैं उनकी राय का सम्मान करता हूं, लेकिन उनके नाम वनडे क्रिकेट में 500 विकेट हैं। वर्ल्ड कप में उन्होंने दो ऐसी गेंदें फेंकी थी जो सभी को याद हैं और आप ऐसी गेंद टी-20 क्रिकेट में फेंकते हुए नहीं देखेंगे। वह वर्ल्ड कप फाइनल में मैन ऑफ द मैच भी थे।"
इन दिग्गज खिलाड़ियों ने वनडे क्रिकेट पर जताई थी चिंता
भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने पहले कहा था कि वह वनडे क्रिकेट देखते समय एक समय के बाद टीवी बंद कर देते हैं। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने भी कहा है कि वनडे क्रिकेट "मर रहा है"। इसके साथ ही पूर्व भारतीय बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने भी कुछ हफ्ते पहले वनडे क्रिकेट के भविष्य पर चिंता जताई थी।