इंटरनेशनल टी-20 कप में टीम इंडिया के अभियान की शुरुआत हार के साथ हुई। पाकिस्तान ने भारत को 10 विकेट से करारी शिकस्त दी। इसके बाद से भारतीय गेंदबाजी आक्रमण पर सवाल उठने लगे। इस बीच भारत के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने कहा कि भारत के लिए गेंदबाजी चिंता का विषय बना रहेगा, जब तक स्पिनर विकेट के बारे में सोचना शुरू नहीं करते। उन्होंने कहा आर अश्विन और रवींद्र जडेजा जैसे स्पिनरों को विकेट लेने की चाहत नहीं है और इसके बजाय वह सिर्फ अपने इकोनॉमी पर ध्यान दे रहे हैं।
पाकिस्तान के खिलाफ गेंदबाजों ने किया निराश
भारत को हराकर पाकिस्तान ने काफी समय से चली आ रही जीत के सिलसिले को तोड़ दिया। इस मैच में जहां भारतीय बल्लेबाजों ने संघर्ष करते हुए 151 रन का स्कोर बनाये। वहीं गेंदबाजों ने भी निराश किया। भारतीय गेंदबाज पाकिस्तान के खिलाफ एक भी विकेट नहीं ले पाये थे, जिसके बाद से उनके गेंदबाजी आक्रमण पर बहुत सारे सवाल उठने लगे। टीम में शामिल स्पिनर रवींद्र जडेजा और वरुण चक्रवर्ती ने अच्छी गेंदबाजी तो की, लेकिन पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान को परेशान नहीं कर पाये।
भारत की गेंदबाजी चिंता का विषय
रविचंद्रन अश्विन और राहुल चाहर के रूप में भारत के पास दो और स्पिन गेंदबाजी विकल्प हैं। हालांकि, दोनों में से कोई भी इस आईपीएल 2021 के संस्करण में विकेट लेने वाली फॉर्म में नहीं था। इसलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले के लिए अपनी गेंदबाजी आक्रमण में बदलाव करेगी। इस मामले पर बोलते हुए पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने कहा कि गेंदबाजी भारत के लिए चिंता का विषय बना रहेगा, जब तक कि स्पिनर विकेटों के बारे में सोचना शुरू नहीं करते। उन्होंने यह भी कहा कि अश्विन और जडेजा जैसे खिलाड़ी विकेट लेने के इच्छुक नहीं हैं। इसके बजाय उनका फोकस इकोनॉमी रेट को सीमित करना है।
जडेजा पांचवें गेंदबाज नहीं हो सकते
संजय मांजरेकर ने हिंदुस्तान टाइम्स के लिए अपने कॉलम में लिखा, अश्विन, जडेजा विकेट लेने की ओर नहीं देख रहे हैं। उनका फोकस विकेट लेने से ज्यादा इकॉनामी पर है। मैं मानता हूं कि टी-20 क्रिकेट में स्पिनरों का काम विकेट लेना है और बीच में गेम चेंजर बनना है। मेरे लिए सबसे बड़ी चिंता भारत की गेंदबाजी है। मुझे पता है कि खिलाड़ियों के विफलता पर समर्थन करना चाहिए, लेकिन ऐसा करना आसान है, जब आप आईपीएल का लंबा सीजन खेल रहे हो। यह तब नहीं किया जा सकता है कि जब आपके एक-दो हार का मतलब टूर्नामेंट जीतने की संभावना पर लगाम लगा दे।
मांजरेकर ने आगे कहा कि जडेजा टी 20 मैचों में नियमित रूप से चार ओवरों का अपना कोटा पूरा नहीं कर सकते हैं। जडेजा आपके तीसरे स्पिनर हो सकते हैं, जो कुछ ओवर गेंदबाजी कर सकेंगे। आप उन पर चार ओवर कोटा की गेंदबाजी के लिए निर्भर नहीं हो सकते हैं। उन्होंने टी-20 में केवल 50 प्रतिशत से अधिक बार ऐसा किया है और निश्चित रूप से वह आपके पांचवें गेंदबाज नहीं हो सकते हैं।
अश्विन, जडेजा विकेट लेने से ज्यादा इकोनॉमी पर फोकस कर रहे : संजय मांजरेकर
संजय मांजरेकर ने कहा अश्विन, जडेजा विकेट लेने की ओर नहीं देख रहे हैं। उनका फोकस विकेट लेने से ज्यादा इकॉनामी पर है।
Follow Us
इंटरनेशनल टी-20 कप में टीम इंडिया के अभियान की शुरुआत हार के साथ हुई। पाकिस्तान ने भारत को 10 विकेट से करारी शिकस्त दी। इसके बाद से भारतीय गेंदबाजी आक्रमण पर सवाल उठने लगे। इस बीच भारत के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने कहा कि भारत के लिए गेंदबाजी चिंता का विषय बना रहेगा, जब तक स्पिनर विकेट के बारे में सोचना शुरू नहीं करते। उन्होंने कहा आर अश्विन और रवींद्र जडेजा जैसे स्पिनरों को विकेट लेने की चाहत नहीं है और इसके बजाय वह सिर्फ अपने इकोनॉमी पर ध्यान दे रहे हैं।
पाकिस्तान के खिलाफ गेंदबाजों ने किया निराश
भारत को हराकर पाकिस्तान ने काफी समय से चली आ रही जीत के सिलसिले को तोड़ दिया। इस मैच में जहां भारतीय बल्लेबाजों ने संघर्ष करते हुए 151 रन का स्कोर बनाये। वहीं गेंदबाजों ने भी निराश किया। भारतीय गेंदबाज पाकिस्तान के खिलाफ एक भी विकेट नहीं ले पाये थे, जिसके बाद से उनके गेंदबाजी आक्रमण पर बहुत सारे सवाल उठने लगे। टीम में शामिल स्पिनर रवींद्र जडेजा और वरुण चक्रवर्ती ने अच्छी गेंदबाजी तो की, लेकिन पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान को परेशान नहीं कर पाये।
भारत की गेंदबाजी चिंता का विषय
रविचंद्रन अश्विन और राहुल चाहर के रूप में भारत के पास दो और स्पिन गेंदबाजी विकल्प हैं। हालांकि, दोनों में से कोई भी इस आईपीएल 2021 के संस्करण में विकेट लेने वाली फॉर्म में नहीं था। इसलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले के लिए अपनी गेंदबाजी आक्रमण में बदलाव करेगी। इस मामले पर बोलते हुए पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने कहा कि गेंदबाजी भारत के लिए चिंता का विषय बना रहेगा, जब तक कि स्पिनर विकेटों के बारे में सोचना शुरू नहीं करते। उन्होंने यह भी कहा कि अश्विन और जडेजा जैसे खिलाड़ी विकेट लेने के इच्छुक नहीं हैं। इसके बजाय उनका फोकस इकोनॉमी रेट को सीमित करना है।
जडेजा पांचवें गेंदबाज नहीं हो सकते
संजय मांजरेकर ने हिंदुस्तान टाइम्स के लिए अपने कॉलम में लिखा, अश्विन, जडेजा विकेट लेने की ओर नहीं देख रहे हैं। उनका फोकस विकेट लेने से ज्यादा इकॉनामी पर है। मैं मानता हूं कि टी-20 क्रिकेट में स्पिनरों का काम विकेट लेना है और बीच में गेम चेंजर बनना है। मेरे लिए सबसे बड़ी चिंता भारत की गेंदबाजी है। मुझे पता है कि खिलाड़ियों के विफलता पर समर्थन करना चाहिए, लेकिन ऐसा करना आसान है, जब आप आईपीएल का लंबा सीजन खेल रहे हो। यह तब नहीं किया जा सकता है कि जब आपके एक-दो हार का मतलब टूर्नामेंट जीतने की संभावना पर लगाम लगा दे।
मांजरेकर ने आगे कहा कि जडेजा टी 20 मैचों में नियमित रूप से चार ओवरों का अपना कोटा पूरा नहीं कर सकते हैं। जडेजा आपके तीसरे स्पिनर हो सकते हैं, जो कुछ ओवर गेंदबाजी कर सकेंगे। आप उन पर चार ओवर कोटा की गेंदबाजी के लिए निर्भर नहीं हो सकते हैं। उन्होंने टी-20 में केवल 50 प्रतिशत से अधिक बार ऐसा किया है और निश्चित रूप से वह आपके पांचवें गेंदबाज नहीं हो सकते हैं।