संजू सैमसन ने साल 2015 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था लेकिन खराब प्रदर्शन के कारण वह भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की करने में सफल नहीं हुए हैं। हालिया मैच में संजू के प्रदर्शन पर पूर्व पाकिस्तानी स्पिनर दानिश कनेरिया ने उन्हें लताड़ा है और कहा कि उन्होंने चयनकर्ताओं को प्रभावित करने का एक शानदार अवसर फिरसे गंवा दिया।
केरल के संजू सैमसन, पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले गए पहले वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच में सिर्फ 12 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। रोमारियो शेफर्ड की एक गेंद पर वह एलबीडब्ल्यू आउट दिए गए लेकिन इसके बाद उन्होंने अंपायर के इस फैसले को चुनौती दी। हालांकि वह अंतिम में आउट ही दिए गए। मैच को भारत ने 3 रन से जीतकर सीरीज में 1-0 से बढ़त ले ली है।
साल 2015 में सैमसन ने किया था अंतरराष्ट्रीय मैच में डेब्यू
साल 2015 में अपने अंतरराष्ट्रीय डेब्यू के बाद से सैमसन केवल 14 अंतरराष्ट्रीय टी-20 और दो वनडे अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने में सफल रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वनडे मैचों में उन्होंने 58 रन और टी-20 मैचों में उन्होंने 251 रन बनाए हैं। हालांकि इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने में वह थोड़ी देर कर चुके हैं। लेकिन उनके पास साल 2023 में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप में टीम का हिस्सा बनने का मौका रहेगा।
सैमसन को एक और मौका मिला लेकिन उन्होंने उसे गंवा दिया
कनेरिया ने अपने यूट्यूब चैनल में कहा कि, "सैमसन को एक और मौका मिला लेकिन वह कुछ खास नहीं दिखे। रोमारियो शेफर्ड के द्वारा आउट होने से पहले वह एकदम सुस्त दिख रहे थे। लेकिन मैं एक बार फिर हुड्डा की बात करूंगा। उन्होंने नीचे के क्रम में बल्लेबाजी क्यों की? श्रेयस और सूर्यकुमार को नंबर 2 और 3 स्थान देना ठीक है, लेकिन हुड्डा को सैमसन से आगे आना चाहिए था। भारत ने सैमसन को ऋषभ पंत की तरह ही आगे बढ़ाया है। लेकिन सैमसन पंत नहीं हैं। उनकी बल्लेबाजी पूरी तरह से अलग है।"
पंत को इस सीरीज के लिए आराम दिया गया है और सैमसन इस सीरीज के विकेटकीपरों में से एक हैं। अब रविवार, 24 जुलाई को दूसरे वनडे मैच में सैमसन अपने गेम को सुधारने की उम्मीद करेंगे।