इंडियन टी-20 लीग 2022 में राजस्थान के कप्तान संजू सैमसन ने बल्ले से ज्यादा अपने नेतृत्व कौशल से प्रभावित किया है। उनकी अगुवाई में राजस्थान इस समय अंकतालिका में तीसरे स्थान पर मौजूद है, जहां उसने दस मुकाबलों में से छह में जीत दर्ज कर 12 अंक अर्जित कर लिए हैं। इस बीच सैमसन ने लीग में पर्दापण और बीत चुके सीजनों से जुड़े मुद्दों पर बात करते हुए कहा कि 2013 में राजस्थान टीम के ट्रायल में दिग्गज राहुल द्रविड़ के साथ बिताया वक्त बेहद खास है।
राहुल द्रविड़ के साथ बिताए तीन-चार साल मेरी जिंदगी के सबसे खास हैं: सैमसन
संजू सैमसन ने 2013 में इंडियन टी-20 लीग में पर्दापण किया था जब वे राजस्थान टीम से जुड़े थे। उस समय राजस्थान फ्रेंचाइजी की कमान दिग्गज राहुल द्रविड़ के हाथों में थी। 2014 संस्करण में उन्होंने अपनी छाप छोड़ी और 13 पारियों में 339 रन बना डाले जिससे उन्हें राष्ट्रीय टीम में भी चुन लिया गया। फिर 2016 और 2017 में वे दिल्ली टीम से जुड़े जहां उन्हें फिर से द्रविड़ के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने का मौका मिला।
सैमसन ने यूट्यूब पर ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस शो में अपने पर्दापण साल में राजस्थान टीम के ट्रायल से जुड़ा एक किस्सा साझा किया। उन्होंने कहा, "मेरे जीवन के सबसे खास पलों में से एक था जब मैंने वहां <ट्रायल में> दो दिनों तक बल्लेबाजी की। हर शॉट मारने के बाद पीछे से आवाज आती, 'शॉट संजू', और यह मेरे लिए वाकई जादू था। ट्रायल से पहले उन्होंने मुझसे कहा कि आप घरेलू सर्किट में अच्छा कर रहे हैं, आपको देखकर बहुत उत्साहित हूं।
केरल के इस क्रिकेटर ने उसी डेब्यू सीजन में द्रविड़ के साथ बल्लेबाजी करने का अनुभव भी दर्शकों से बांटा। सैमसन ने कहा, "सीजन के मेरे पहले या दूसरे मैच में मैं तीसरे नंबर पर उतरा और राहुल सर ओपनर थे। मैं जानता था कि मुझे शॉट खेलने की छूट है और पहली ही गेंद पर हुक करते हुए चौका मारा। तब राहुल सर ने मेरे पास आकर मुझसे कहा, 'संजू अपना समय लो, कुछ गेंदें खेलकर देखो।' अगली गेंद पर मैंने बाउंसर पर चौका जड़ा, तब उन्होंने कहा, 'ऐसे ही खेलते रहो।'
संजू और द्रविड़ ने दिल्ली टीम में भी किया ड्रेसिंग रूम शेयर
राजस्थान के कप्तान सैमसन ने आगे बताते हुए कहा कि राजस्थान के साथ अच्छा प्रदर्शन करने के बाद उन्हें दिल्ली फ्रेंचाइजी ने 2016 में खरीद लिया था, जहां राहुल द्रविड़ मेंटर थे। संजू ने कहा, "मेरे साथ करुण नायर, श्रेयस अय्यर, मयंक अग्रवाल और ऋषभ पंत मौजूद थे। उन्होंने हम सभी से कहा, आप भारतीय टीम के लिए खेलेंगे और यह हर युवा खिलाड़ी के लिए खास था। उन तीन से चार वर्षों के दौरान मैंने उनकी बताई हर चीज़ डायरी में नोट की।"